Republic Day 2025: 26 जनवरी को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में त्राल चौक पर पहली बार भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। ध्वज को एक बुजुर्ग, युवा और एक बच्चे ने संयुक्त रूप से फहराया, जो पीढ़ियों की एकता और राष्ट्र के प्रति उनकी साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में भारतीय सेना के जवानों और सैकड़ों अन्य लोगों की उपस्थिति रही, जिन्होंने तिरंगे को सलामी दी और राष्ट्रगान गाया। इस कार्यक्रम में 1,000 से अधिक लोग शामिल हुए, जिनमें से अधिकांश उत्साही युवा थे।
पूरे शहर में "भारत माता की जय" के नारे और देशभक्ति के गीत गूंज रहे थे, जिससे गर्व और एकता का माहौल बन रहा था। इस महत्वपूर्ण अवसर ने त्राल के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को चिह्नित किया, जो अशांति के लिए जाना जाता था, क्योंकि यह शांति, प्रगति और राष्ट्रीय एकता को गले लगाता है।
राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच आयोजित यह समारोह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ, जो स्थानीय समुदायों और सुरक्षा बलों के बीच सहयोग को दर्शाता है। सभी वर्गों के लोगों द्वारा तिरंगा लहराना त्राल के परिवर्तन और सद्भाव और विकास की उसकी आकांक्षाओं का प्रमाण था।
युवाओं की भागीदारी ने लोकतंत्र के आदर्शों में निहित एक उज्जवल, एकीकृत भविष्य की उनकी इच्छा को रेखांकित किया। बर्फ से ढके पहाड़ों की पृष्ठभूमि में गर्व से लहराता तिरंगा, शांति, प्रगति और भारतीय संविधान में निहित मूल्यों के प्रति नए सिरे से समर्पण की दिशा में त्राल की यात्रा का प्रतीक बन गया। इस गणतंत्र दिवस पर, त्राल एकता और उम्मीद की किरण बनकर "नया कश्मीर" का प्रदर्शन कर रहा है।