अयोध्या: दीपावली की पूर्व संध्या पर रामलला के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पावन सरयू नदी के तट पर दीया जलाकर दीपोत्सव कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार दीपावली एक ऐसे समय में आई है, जब हमने कुछ समय पहले ही आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं, हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आजादी के इस अमृतकाल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इस अमृत काल में भगवान राम जैसी संकल्प शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। अयोध्या के कण-कण में श्री राम का दर्शन समाहित है। आज अयोध्या की रामलीलाओं, सरयू आरती, दीपोत्सव और रामायण पर शोध और अनुसंधान के माध्यम से यह दर्शन पूरे विश्व में प्रसारित हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी अयोध्यावासियों से कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ जाएगी। ऐसे में अयोध्या स्वच्छ और यहां के लोगों का व्यवहार अच्छा हो। यह यहां के लोगों को तय करना है। उन्होंने कहा कि कितना अच्छा हो कि अयोध्या के नागरिकों का व्यवहार भी अपने आप में मानक बने।
वहीं रामलला के दर्शन करने के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि श्री रामलला के दर्शन और उसके बाद राजा राम का अभिषेक यह सौभाग्य राम जी की कृपा से ही मिलता है। उन्होंने कहा कि जब श्रीराम का अभिषेक होता है तो हमारे भीतर भगवान राम के आदर्श व मूल्य और दृढ़ हो जाते हैं। राम के अभिषेक के साथ ही उनका दिखाया गया पथ और प्रदीप्त हो उठता है।
उन्होंने कहा कि मध्य काल से लेकर आधुनिक काल तक भारत तमाम झंझावात झेले। इस दौरान कई सभ्यताएं पूरी तरह नष्ट हो गई पर भारत ने हर अंधकार के युग से निकल कर अपने पराक्रम से भविष्य का निर्माण किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने मर्यादा श्रीराम के शासन व्यवस्था को रेखांकित करते हुए कहा कि भगवान राम ने अपने वचन में, अपने विचारों में, अपने शासन में, अपने प्रशासन में जिन मूल्यों को गढ़ा वो सबका साथ-सबका विकास की प्रेरणा हैं और सबका विश्वास-सबका प्रयास का आधार भी हैं।
वहीं इस मौके पर मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि आज से 6 वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन और उनकी प्रेरणा से अयोध्या का दीपोत्सव कार्यक्रम शुरु हुआ। यह प्रदेश का एक उत्सव देश का उत्सव बनता गया। आज ये अपनी सफलता की नई ऊंचाई को छू रहा है।