Darbhanga AIIMS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार के दरभंगा स्थित शोभन में देश के 23वें और बिहार के दूसरे एम्स के निर्माण की आधारशिला रखी। 188 एकड़ जमीन पर 1700 करोड़ की लागत से दरभंगा में एम्स का निर्माण होगा, जो 36 महीने में पूरा होगा। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मैथिली भाषा में मिथिलांचल वासियों को नमन करते हुए किया। उन्होंने कहा कि आज झारखंड में मतदान हो रहा है। उन्होंने अधिक से अधिक वोट करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि मैं मिथिला की बेटी स्वर कोकिला स्व. शारदा सिन्हा को नमन करता हूं। मैथिली और भोजपुरी संगीत में उनका योगदान अतुलनीय है। छठ महापर्व पर उनके गीत देश दुनिया में बजते हैं।
पीएम मोदी ने बिहारवासियों को कहा कि हम विकसित भारत की ओर तेजी से हम कदम बढ़ा रहे हैं और हमारी पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि हम इसके साक्षी बना रहे हैं। इसे पूरा करने में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को सबसे ज्यादा बीमारियां प्रभावित करती हैं। घर में कोई गंभीर बीमार पड़ जाए, तो पूरा परिवार संकट में आ जाता है।
हम इस चिंता को समझते हैं। पहले के दौर में अस्पताल बहुत कम थे, डॉक्टरों की संख्या बहुत कम थी, दवाइयां बहुत महंगी थी, जांच का कोई ठिकाना नहीं था। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व की सरकारें सिर्फ वादों और दावों में उलझी रही थी। बिहार में जब तक नीतीश कुमार सरकार में नहीं आए, तब तक गरीबों की चिंता को लेकर कोई गंभीरता नहीं थी। गरीब लोगों के पास चुपचाप बीमारी सहने के अलावा कोई चारा नहीं था। ऐसी स्थिति में हमारा देश कैसे आगे बढ़ता? इसलिए पुरानी सोच और अप्रोच, दोनों को बदला गया।
उन्होंने कहा कि मैंने अपनी एक गारंटी पूरी कर दी है। 70 साल से ऊपर के जितने भी बुजुर्ग हों, उनके मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। जल्द ही सभी बुजुर्गों के पास आयुष्मान वंदन कार्ड होगा। छोटे शहरों में भी इलाज की बेहतरीन सुविधा पहुंचाने के लक्ष्य की ओर हम काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर का सपना पूरा करने का काम किया है। अब कोई भी अपनी मातृभाषा में मेडिकल की पढ़ाई करके डॉक्टर बन सकता है। हिन्दी और दूसरी भारतीय भाषाओं में भी मेडिकल की पढ़ाई का विकल्प दिया जा रहा है।
इससे गरीब, आदिवासी और दलित परिवारों के बच्चे भी डॉक्टर बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस एम्स निर्माण के बाद मिथिला, कोसी और तिरहुत क्षेत्र के अलावा पश्चिम बंगाल और आसपास के राज्य के लोगों के लिए भी सुविधा होगी। नेपाल से आने वाले इस एम्स अस्पताल में इलाज करवा सकेंगे। इस एम्स से यहां रोजगार और स्वरोजगार के अनेक नए अवसर पैदा होंगे। मैं दरभंगा को मिथिला को पूरे बिहार को इन विकास कार्यों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार देश की सेवा के लिए , लोगों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है। सेवा की इसी भावना से विकास से जुड़े 12 हजार करोड़ रुपये के एक ही कार्यक्रम में अलग-अलग प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें रोड, रेल और गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज महत्वपूर्ण दिन है। दरभंगा एम्स का शिलान्यास पीएम मोदी के द्वारा किया जा रहा है। इससे बिहार के लोगों को अच्छी चिकित्सा सुविधा मिलेगी। 2003 में तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पहली बार पटना में एम्स के निर्माण का फैसला लिया गया था। पटना में एम्स बना और काफी लोग इलाज कराने यहां आते हैं। दूसरी बार, पीएम नरेंद्र मोदी का शासन शुरू हुआ तो 2015 में भी बिहार में दूसरे एम्स का निर्णय लिया गया था। तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली से हम जाकर मिले थे।
बता दें कि पीएम मोदी आज नवनिर्मित तीन रेलवे स्टेशन समेत 389 करोड़ की लागत से बने दरभंगा रेलवे बाईपास लाइन का लोकार्पण भी किया। पीएम मोदी शोभन बाईपास से ही तीनों रेलवे स्टेशनों को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने आज जिन तीन रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया उसमें काकरघाटी रेलवे स्टेशन, दिल्ली मोड़ के समीप दरभंगा बाईपास हॉल्ट और शीसो रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
इसके अलावा पीएम अररिया-बहादुरगंज और बहादुरगंज-गलगलिया नवनिर्मित सड़क का भी शिलान्यास किया। इस सड़क का निर्माण दो चरणों में होगा। इसके निर्माण की कुल लागत 766 करोड़ रुपए होगी।