Presidential Election 2022: निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख की घोषणा बृहस्पतिवार को कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा। मतगणना 21 जुलाई को की जाएगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव 2022 में कुल 4,809 मतदाता मतदान करेंगे। कोई भी राजनीतिक दल अपने सदस्यों को व्हिप जारी नहीं कर सकता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि एक सांसद के वोट का मूल्य 700 होगा। निवारक निरोध में रहने वाले मतदान कर सकते हैं और जेल में बंद लोगों को पैरोल के लिए आवेदन करना होगा और अगर उन्हें पैरोल मिलती है, तो वे मतदान कर सकते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद, विधानसभाओं के परिसर में होगा मतदान, राज्यसभा के महासचिव निर्वाचन अधिकारी होंगे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान और मतगणना के दौरान कोविड से संबंधित सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तारीख 15 जून से शुरू होगी तथा इसके लिये अंतिम तिथि 29 जून होगी। राष्ट्रपति चुनाव पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि तीस जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी, नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि दो जुलाई होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग राष्ट्रपति पद के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने को लेकर पूरी तरह से तैयार है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और अगले राष्ट्रपति का चुनाव इससे पहले ही होना है।
राष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों के चुनावी कॉलेज के सदस्यों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी समेत सभी राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा किया जाता है।
चुनावी कॉलेज में राज्यसभा या लोकसभा या विधानसभाओं के नामांकित सदस्य मतदान के योग्य नहीं होते हैं और वे चुनाव में भाग नहीं लेते हैं। इसी तरह विधान परिषदों के नामित सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव में मतदाताओं के तौर पर शामिल नहीं होते हैं। 2017 में राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को हुआ था और मतगणना 20 जुलाई को हुई थी।