प्रशांत किशोर का ऐलान, 2 अक्टूबर को एक राजनीतिक दल बनने जा रहा है जनसुराज, NDA से होगा बिहार में मुकाबला
By एस पी सिन्हा | Updated: September 29, 2024 17:14 IST2024-09-29T17:12:23+5:302024-09-29T17:14:05+5:30
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वो न तो इस दल के नेता होंगे और नहीं नेतृत्व परिषद में शामिल होंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि वो पहले की तरह ही दल बनने के बाद भी बिहार की पदयात्रा करते रहेंगे।

प्रशांत किशोर का ऐलान, 2 अक्टूबर को एक राजनीतिक दल बनने जा रहा है जनसुराज, NDA से होगा बिहार में मुकाबला
पटना: जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने रविवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए ऐलान किया कि जन सुराज अभियान 2 अक्टूबर को एक राजनीतिक दल बनने जा रहा है। दल का स्थापना कार्यक्रम पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में दोपहर 2 बजे होगा। इस कार्यक्रम में जन सुराज से जुड़े बिहार भर के लोग आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को पार्टी की स्थापना के दिन जन सुराज के नेता यानी अध्यक्ष, नेतृत्व परिषद और पार्टी के संविधान की घोषणा भी की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि वो न तो इस दल के नेता होंगे और नहीं नेतृत्व परिषद में शामिल होंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि वो पहले की तरह ही दल बनने के बाद भी बिहार की पदयात्रा करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि दल बनने के बाद अगले साल की शुरुआत में फरवरी-मार्च के महीने में पटना के गांधी मैदान से जन सुराज बिहार के समग्र विकास के लिए अपना ब्लूप्रिंट जारी करेगा और बिहार के लोगों को बताया जाएगा कि कैसे बिहार भी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो सकता है। बिहार के हर एक पंचायत का अलग-अलग घोषणा पत्र भी जारी किया जाएगा।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को किसी गांव में खड़ा कर दिया जाए, तो उन्हें 10 लोग भी नहीं पहचान पाएंगे। यह वही भाजपा है, जो खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है। लेकिन बिहार में उसकी स्थिति दयनीय है। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में भाजपा के पास खुद का कोई मजबूत चेहरा नहीं है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के साथ सरकार बनाकर भाजपा खुद को डुबो रही है। वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि ट्रिपल एस यानी- शराबबंदी, सर्वे (जमीन) और स्मार्ट मीटर नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन का "आखिरी कील" है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी सिर्फ कागजों में है। जमीनी हकीकत यह है कि शराब की दुकानों को बंद कर दिया गया है, लेकिन होम डिलीवरी धड़ल्ले से चल रही है।
उन्होंने कहा कि शुरू से ही शराबबंदी के खिलाफ रहा है और हम मानते हैं कि इससे आने वाला राजस्व राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने में लगाया जा सकता है। वहीं जमीन सर्वे के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह सर्वे गांवों में झगड़े और संघर्ष की वजह बन रहा है। नीतीश सरकार द्वारा किया गया जमीन सर्वे अगले छह महीने में हर घर और गांव में झगड़े का कारण बनेगा, और हाल की घटनाओं ने यह साबित भी कर दिया है।
वहीं, राजद पर भी कटाक्ष करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि 2005 के बाद से राजद की कोई ताकत नहीं बची है। राजद और उनके गठबंधन को पिछले कई चुनावों में सफलता नहीं मिली है। महागठबंधन की एकमात्र जीत भी नीतीश कुमार के चेहरे पर हुई थी, न कि राजद के नाम पर।
उन्होंने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए ने 176 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बना रखी है, जबकि राजद के पास मात्र 50 सीटों पर प्रभाव है। हमारा मुकाबला 176 सीटों वाले एनडीए से है, न कि कमजोर हो चुकी राजद से हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि लालू यादव अपने दम पर सिर्फ एक बार चुनाव जीत पाए थे। जबकि स्मार्ट मीटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि जिन उपभोक्ताओं ने स्मार्ट मीटर का उपयोग शुरू किया है, वे अब इसके खिलाफ हो गए हैं, क्योंकि उनके बिजली बिल में भारी बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा, लोगों के मन में यह धारणा बन गई है कि स्मार्ट मीटर के जरिए उनके बिलों में छेड़छाड़ की जा रही है।