नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने सोमवार को ट्वीट करते हुए दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं से बात करने के बाद उनके सभी कॉल डायवर्ट किए गए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "प्रिय बीएसएनएल/एमटीएनएल, आज भाजपा में कुछ दोस्तों से बात करने के बाद मेरे मोबाइल पर सभी कॉल डायवर्ट की जा रही हैं और मैं कॉल करने या रिसीव करने में असमर्थ हूं। अगर आप फोन को रिस्टोर करते हैं, मैं वादा करती हूं कि आज रात भाजपा, टीएमसी या बीजेडी के किसी भी सांसद के किसी सांसद को कॉल नहीं करूंगी।"
इसके साथ ही अल्वा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "यह डर कि 'बिग ब्रदर' हमेशा देख और सुन रहा है, 'नए' भारत में पार्टी लाइनों के नेताओं के बीच सभी बातचीत में व्याप्त है। सांसद और पार्टियों के नेता कई फोन रखते हैं, बार-बार नंबर बदलते हैं और मिलने पर फुसफुसाते हुए बात करते हैं। डर लोकतंत्र को मारता है।" उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को चुनाव होना है। वहीं, मार्गरेट अल्वा के दावे पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
समाचार एजेंसी एएनआई से जोशी ने कहा, "कोई उनका फोन क्यों टैप करे? चाहे वो किसी को भी कॉल करें, हमें विश्वास है कि उपराष्ट्रपति चुनाव का परिणाम क्या होगा। हमें ऐसा क्यों करना चाहिए? ये बचकाने आरोप हैं। वह एक वरिष्ठ व्यक्ति हैं और उन्हें इस तरह के आरोप नहीं लगाने चाहिए।" बता दें कि इस समय विपक्ष की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा चुनाव में जीत के समर्थन जुटाने में लगी हैं। उनका सामना पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ से है।