Poonch-Rajouri Sector:भारतीय सेना ने सोमवार को बताया कि उसने पुंछ-राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों की एक बड़ी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। सेना द्वारा जारी एक बयान में, सेना प्रवक्ता ने कहा कि कई आतंकवादियों को मार गिराया गया, जबकि घुसपैठ में मदद कर रहे एक गाइड को पकड़ लिया गया और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा भी बरामद किया गया। हालांकि मारे गए आतंकियों के शवों को फिलहाल बरामद नहीं किया जा सका है जिनके प्रति उनका कहना था कि उनके शवों को उनके साथी पाक कब्जे वाले कश्मीर में वापस ले गए लगते हैं। प्रवक्ता का कहना था कि 29 जून को, सतर्क सैनिकों ने राजौरी के केरी सेक्टर में संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया, जो घुसपैठ का एक ज्ञात मार्ग है।
सेना प्रवक्ता के बकौल, यह अमरनाथ यात्रा शुरू होने से कुछ दिन पहले हुआ। सटीक खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, सैनिकों ने भारी हथियारों से लैस जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादियों के घुसपैठ करने वाले समूह को तुरंत घेर लिया। प्रवक्ता का कहना था कि गोलीबारी में सेना ने आतंकी समूह को मार गिरायाहै। हालांकि प्रारंभिक रिपोर्टों में कम से कम दो आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
प्रवक्ता का कहना था कि इसी आपरेशन के दौरान घुसपैठियों की सहायता करने के संदेह में एक स्थानीय गाइड को पकड़ा गया है। प्रवक्ता का कहना था कि इसके बाद घटनास्थल पर ली गई तलाशी अभियान में हथियार, विस्फोटक और अन्य युद्ध-जैसी सामग्री बरामद की गई, जो योजनाबद्ध आतंकवादी गतिविधि के पैमाने को रेखांकित करती है।
प्रवक्ता का कहना था कि सेना की त्वरित कार्रवाई ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए संभावित खतरे को रोका, विशेष रूप से हाल ही में सीमा पार की घटनाओं के बाद बढ़े तनाव के मद्देनजर। वे कहते थे कि पकड़े गए गाइड से पूछताछ की जा रही है ताकि घुसपैठ नेटवर्क और पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के साथ उसके संबंधों के बारे में और जानकारी मिल सके।
सेना के बयान में कहा गया है कि सेना ने निगरानी बढ़ा दी है और नियंत्रण रेखा पर आगे कोई उल्लंघन न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त संसाधन तैनात किए हैं। सुरक्षा बल पुंछ और राजौरी जिलों में किसी भी शेष खतरे का पता लगाने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।