कमलनाथ ने एक्स पर लिखा- पारदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा लोकतंत्र के बुनियादी उसूल हैं। कल बालाघाट में डाक मतपत्रों को जिस तरह से खोला गया, वह गंभीर कदाचरण है। उसके बाद सरकारी मशीनरी और जिम्मेदार अधिकारियों ने जिस तरह से इस कृत्य को सही साबित करने की कोशिश की, वह और भी अक्षम्य अपराध है।
मैं चुनाव प्रक्रिया में शामिल सभी अधिकारी और कर्मचारियों को याद दिलाना चाहता हूं कि इस समय वह निर्वाचन आयोग के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं, जो मध्य प्रदेश सरकार से अलग एक स्वायत्त संस्था है। वे इस समय किसी पार्टी या मंत्री के मातहत काम नहीं कर रहे हैं।इसलिए सभी अधिकारी कर्मचारियों से निवेदन है कि वह किसी भी असंवैधानिक या गैरकानूनी आदेश का पालन न करें और सिर्फ वही कार्य करें जो करना उनका प्रशासनिक दायित्व है। एक-एक अधिकारी और कर्मचारी की कार्यप्रणाली की रिपोर्ट जनता के पास है।
मैं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से भी आग्रह करता हूं कि वह अपने संवैधानिक अधिकारों के लिए कड़े से कड़े संघर्ष के लिए तैयार रहें। 3 दिसंबर को मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर जनता की मोहर लग जाएगी। इसलिए वे निर्द्वंद्व होकर अपने कार्य में जुट जाएं। सत्यमेव जयते।
वही इस मामले में बीजेपी के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि कांग्रेस मामले को लेकर पड़ी कंफ्यूज है। एक जगह सवाल उठाए जा रहे हैं तो बालाघाट के पदाधिकारी कंफ्यूज होने की बात कह रहे हैं। समय से पहले प्रक्रिया शुरू करने वाले अधिकारी पर कार्रवाई हो चुकी है। बाकी इस बहाने कांग्रेस तक 3 दिसंबर को होने वाली हार ठिकरा चुनाव प्रक्रिया पर फोड़ने का प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि बालाघाट के पॉलिटेक्निक कॉलेज में रखे डाक मत पत्रों से गड़बड़ी का एक कथित वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने नोडल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था।