पटना: बिहार में मनेर से राजद विधायक भाई वीरेंद्र के द्वारा मनेर प्रखंड के पंचायत सचिव को कथित तौर पर धमकी देने का एक ऑडियो वायरल होने के बाद सियासी गलियारों में हंगामा मच गया है। हर तरफ भाई वीरेंद्र की खूब आलोचना हो रही है। इसबीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने राजद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक बड़ा सवाल पूछा है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि क्या राजद अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी? जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उल्टे एससी-एसटी समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने आगे लिखा कि मुझे तो जयचंदों की साजिश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया। अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए। इसको लेकर तेज प्रताप यदव ने सोशल मीडिया पोस्ट में एक कार्टून ही शेयर कर राजद नेतृत्व पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उनके (तेज प्रताप) निष्कासन पर तो पार्टी ने तुरंत कार्रवाई की, लेकिन भाई वीरेंद्र जैसे नेताओं के खिलाफ कोई कदम क्यों नहीं उठाया जा रहा? ऐसे में तेज प्रताप का यह पोस्ट न केवल भाई वीरेंद्र बल्कि लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर भी अप्रत्यक्ष हमला माना जा रहा है।
तेज प्रताप का यह कदम उनकी पार्टी से बेदखली के बाद उनकी नाराजगी और अलग राजनीतिक राह बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में लालू यादव ने तेज प्रताप को राजद और घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। राजद ने तेज प्रताप यादव को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। लालू प्रसाद यादव ने खुद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर का रास्ता दिखाया था। इसकी वजह थी कि तेज प्रताप यादव का अनुष्का यादव नाम लड़की के साथ प्रेम संबंध को सोशल मीडिया पर जाहिर करना।
बता दें कि भाई वीरेंद्र पंचायत सचिव संदीप कुमार को कथित तौर पर “जूते से मारने” और “नौकरी से निकालने” की धमकी देते सुनाई दे रहे हैं। इसका एक ऑडियो वायरल हो रहा है। हालांकि सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद भाई वीरेन्द्र ने सोशल मीडिया फेसबुक पर स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक जरूरी स्पष्टीकरण है। वैसे भाई वीरेंद्र का यह विवाद कोई नया नहीं है। इससे पहले भी वे विधानसभा में “सदन किसी के बाप का नहीं” जैसे बयान देकर सुर्खियों में रह चुके हैं। लेकिन, इस बार वह बुरे फंसते दिखाई दे रहे हैं क्योंकि पंचायत सचिव संदीप कुमार ने उनके खिलाफ एससी/ एसटी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें जातिसूचक टिप्पणी और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है।
इस बीच मनेर प्रखंड के पंचायत सचिव संदीप कुमार को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई राजद विधायक भाई वीरेंद्र की शिकायत के बाद की गई है। विधायक ने शिकायत की थी कि सचिव ने फोन पर उनसे बात करते समय अशिष्ट और अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया।