अमरावती, सात नवंबर यहां मछलीपट्टनम रेलवे स्टेशन पर कृष्णा जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कथित औचक निरीक्षण के लिए पुलिसकर्मियों ने एक ट्रेन को अपनी यात्रा समय पर शुरू करने से जबरन रोक दिया।
स्थानीय पुलिस उपाधीक्षक ने रेलवे के कर्मचारियों को ट्रेन का सिग्नल हरे से लाल करने का आदेश दिया जब वह दोपहर तीन बजकर 15 मिनट पर स्टेशन से रवाना होने वाली थी।
स्टेशन पर रेलवे कर्मचारियों ने पुलिस से गुहार लगाते हुए कहा कि सिग्नल दिए जाने के बाद वे ट्रेन को नहीं रोक सकते।
डीएसपी को असहाय रेलवे कर्मचारियों को कहते हुए सुना गया, “वहां (सिग्नल कक्ष) अपने कर्मचारियों से बात करें और इसे रोकें।”
बाद में, एसपी सिद्धार्थ कौशल ट्रेन के अंदर जांच करने आए, जिससे मछलीपट्टनम-सिकंदराबाद स्पेशल एक्सप्रेस को 15 मिनट से अधिक समय तक रोक कर रखा गया।
एसपी ने एक सवाल के जवाब में कहा, “ट्रेन में संदिग्ध वस्तु/ गतिविधि की जानकारी मिली थी। यह यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जांच थी। किसी को असुविधा नहीं हुई और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई।”
उन्होंने कहा कि जनता की ओर से चौकन्ना किए जाने के आधार पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई निरीक्षण नहीं बल्कि एक जांच की गई। "हम यात्रियों की सुरक्षा को जोखिम में नहीं डाल सकते।”
हाल के दिनों में, आंध्र प्रदेश पुलिस गांजे की तस्करी को रोकने के लिए विभिन्न स्थानों पर जांच कर रही है जब से यह सामने आया है कि राज्य मारिजुआना की खेती का प्रमुख केंद्र बन गया है।
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