Bihar Teacher Protest: बिहार की राजधानी पटना में सुबह-सुबह बिहार लोकसेवा आयोग( बीपीएससी) के शिक्षक अभ्यर्थियों पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पडा। दरअसल, मंगलवार को टीआरई-3 के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर रहे थे। मुख्यमंत्री आवास वीवीआईपी इलाका है और यहां किसी प्रकार का विरोध प्रदर्शन प्रतिबंधित है। ऐसे में वहां प्रदर्शन करने पर पुलिस को कार्रवाई करनी पडी। बताया जाता है कि सप्लीमेंट्री रिजल्ट की मांग को लेकर टीआरई-3 के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे थे।
शिक्षक अभ्यर्थियों के हाथों में पोस्टर-बैनर पर लिखा था, “बीपीएससी टीआरई-3 सप्लीमेंट्री नहीं तो वोट नहीं”, “युवाओं का हक मारने वालों को वोट नहीं”, “सप्लीमेंट्री या फांसी दो।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री आवास के गेट नंबर पांच के पास जाकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने उनको वहां से हटने की चेतावनी दी थी। लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बात नहीं सुनी।
पुलिस के रोकने के बावजूद अभ्यर्थी प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे, तभी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और छात्र-छात्राओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। लाठीचार्ज के बाद शिक्षक अभ्यर्थियों को पुलिस ने मौके से हटा दिया।
हालांकि अभ्यर्थियों की संख्या बहुत ज्यादा नहीं थी। वहीं, अभ्यर्थियों का कहना था कि पिछले चार महीने से प्रदर्शन कर रहें हैं। लेकिन न तो कोई देखने वाला है और ना ही सुनने वाला ही कोई है। सरकार रिजल्ट देने के बदले लाठी बरसा रही है।
इससे पहले अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का पिछले दिनों घेराव किया था, तब शिक्षा मंत्री को वहां ने वहां से भागकर अभ्यर्थियों के पीछा छुड़ाया था। हालांकि उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया था कि सरकार के सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने में कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन अंतिम निर्णय बीपीएससी को ही लेना है। मंत्री के आश्वासन के बावजूद जब कई दिन बीत गए तो अभ्यर्थियों के धैर्य ने जवाब दे दिया और उन्होंने सीएम आवास का घेराव कर दिया।
वहीं, महिला अभ्यर्थियों ने कहा कि हम सिर्फ एक मौका चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमसे मिल लें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिला संवाद के लिए जाते हैं। लेकिन हम उनके घर आए हैं तो वो हमसे नहीं मिल रहे हैं। महिला अभ्यर्थियों ने कहा कि हम लोगों से कहा जा रहा है कि हम गर्दनीबाग जाएं, लेकिन वहां हमसे कोई मिलने नहीं आ रहा है। ऐसे में आखिर हम कहां जाएं?
बीते 4 महीने से हम लोगों को कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। हालांकि शिक्षक अभ्यर्थियों के मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंचना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा हओ। शिक्षक अभ्यर्थी गर्दनीबाग से मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंच गए, लेकिन पुलिसकर्मियों को खबर तक नहीं हुई।
हजारों की संख्या में मुख्यमंत्री आवास पहुंचे अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल काटा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने आवास में ही मौजूद थे। देखते ही देखते मौके पर भारी मात्रा में पुलिस की तैनाती हुई। पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास को पूरी तरह घेर लिया।