पटना:बिहार में एसटीईटी परीक्षा लागू कराने की मांग को लेकर सोमवार को पटना कॉलेज परिसर में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एकत्र हुए। नाराज अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास की ओर पैदल मार्च करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में एसटीईटी अभ्यर्थी पटना के डाकबंगला चौराहा पर जमा हुए। जिसके बाद पुलिस ने मोर्चा थामा और इन अभ्यर्थियों की भीड़ को तितर-बितर किया। अभ्यर्थियों की मांग है कि बीपीएससी टीआरई-4 से पहले एसटीईटी की परीक्षा हो।
दरअसल, डाकबंगला चौराहा पर जैसे ही ये अभ्यर्थी जुटे, पुलिस ने इन अभ्यर्थियों को आगे बढ़ने से रोकना शुरू किया। इस दौरान जब प्रदर्शन कर रहे छात्र अड़े रहे तो पुलिस ने इन अभ्यर्थियों को खदेड़ दिया। हालांकि कुछ ही देर में पुलिस ने स्थिति को अपने नियंत्रण में ले लिया। इस संबंध में डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने बताया कि पुलिस ने बल का प्रयोग नहीं किया है। जब अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल मिलने के लिए जा चुके हैं तो और लोगों को वापस चले जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पहले भी इनके प्रतिनिधिमंडल को मिलवाया गया है। लेकिन ये अड़े हुए थे कि हमारी मांग को पूरी की जाए। डीएसपी ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर जाने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि अगर प्रदर्शन करना चाहते हैं तो उसके लिए गर्दनीबाग धरना स्थल है। डाक बंगला चौराहा जाम करना, व्यवस्था को प्रभावित करना गलत है। इससे स्कूल के बच्चे जाम में फंस जाते हैं। ये मुख्य मार्ग है, लोगों को फ्लाइट लेनी होती है। ऐसे में ये बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। अगर इनको मांग करनी है तो गर्दनीबाग में जाएं।
इस बीच प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि वो एसटीईटी परीक्षा में हो रही देरी को लेकर नाराज हैं। हमलोग एसटीईटी की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन अब कहा जा रहा है कि 2026 में ये परीक्षा होगी। जबकि दूसरी तरफ बीपीएससी टीआरई-4 बहाली की बात हो रही है। बीएसईबी के द्वारा कहा गया था कि साल में दो बार एसटीईटी की परीक्षा होगी। लेकिन अब 2026 की बात कही जा रही है। हम वैकेंसी रहते हुए भी अप्लाई नहीं कर पाते हैं। छात्रों ने मांग की है कि शिक्षक बहाली टीआरई-4 से पहले एसटीईटी परीक्षा ली जाए।