RBI के आदेश से 'नोटबंदी' जैसा दिखा माहौल, इस बैंक के बाहर जुटी भीड़, रोती दिखी बुजुर्ग महिला
By भाषा | Published: September 25, 2019 06:11 AM2019-09-25T06:11:52+5:302019-09-25T06:11:52+5:30
पीएमसी की शाखाओं पर पहुंचने वाले ग्राहकों में तिपहिया चालक से लेकर छोटे कारोबारी, पेंशनभोगी, गृहणियां और उम्रदराज लोग शामिल थे। मुख्यालय से बाहर आई एक बुजुर्ग महिला ने कहा, ‘‘मैंने 1,000 रुपये निकाले हैं। अब बैंक वाले कह रहे हैं कि छह महीने बाद ही दोबारा पैसे निकाल सकते हैं।’’
मुंबई के पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव बैंक (पीएमसी) पर नियामकीय खामियों की वजह से रिजर्व बैंक द्वारा कुछ पांबदियां लगाए जाने से जमाकर्ता घबराए हुए हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जबकि अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से रोजगार का नुकसान हो रहा है और लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
डूबे कर्ज यानी एनपीए को कम कर दिखाने और कई अन्य नियामकीय खामियों के मद्देनजर केंद्रीय बैंक ने पीएमसी पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। इन पाबंदियों के तहत बैंक के ग्राहकों के लिए 1,000 रुपये तक की निकासी की सीमा तय की गई है। वहीं बैंक के नया कर्ज देने पर भी रोक लगाई गई है।
पूर्वी उपनगर भांडुप स्थित पीएमसी के मुख्यालय के बार जमा सैकड़ों जमाकर्ताओं के मन में अपना पैसा डूबने का डर था। बैंक पर पाबंदियों की खबर के बाद ये लोग मुख्यालय के बाहर जुटे थे। हालांकि, रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि उसने पीएमसी का लाइसेंस रद्द नहीं किया है। इसके बावजूद लोगों का डर बढ़ रहा है।
पीएमसी की शाखाओं पर पहुंचने वाले ग्राहकों में तिपहिया चालक से लेकर छोटे कारोबारी, पेंशनभोगी, गृहणियां और उम्रदराज लोग शामिल थे। बैंक के मुख्यालय के बाहर ऐसा तिपहिया चालक मिला जिसके बैंक में 10,000 रुपये जमा थे। वहीं एक छोटा कारोबारी भी था जिसकी 60,000 रुपये की ईएमआई पीएमसी के खाते के जरिये जा रही है। एक गृहणी भी वहां थी, जिसका किसी और बैंक में खाता नहीं है। बैंक के मुख्यालय के बाहर ऐसे लोगों की कतार लगी थी जो मात्र एक हजार रुपये निकाल रहे थे।
रिजर्व बैंक ने बैंक के ग्राहकों को एक हजार रुपये तक ही निकालने की अनुमति दी है। मुख्यालय से बाहर आई एक बुजुर्ग महिला ने कहा, ‘‘मैंने 1,000 रुपये निकाले हैं। अब बैंक वाले कह रहे हैं कि छह महीने बाद ही दोबारा पैसे निकाल सकते हैं।’’ आंखों में आंसू लिए हुए इस महिला ने कहा, ‘‘मैं आज हूं कल का क्या भरोसा।’
कई ग्राहक इस बात को लेकर परेशान थे उनका ईएमआई बैंक के खाते से कट रहा है। एक दुकानदार ने कहा,‘‘मेरा 60,000 रुपये का ईएमआई बैंक खाते से कट रहा है। अगर उन्होंने आगे इसकी अनुमति नहीं दी तो मेरा सिबिल स्कोर खराब हो जाएगा।’’ एक तिपहिया चालक ने कहा,‘‘मेरा 10,000 रुपया बैंक में है। नहीं मालूम अब क्या होगा।’’