काराकाटः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को भगवा रंग में रंगे और फूलों से सजे एक खुले वाहन पर सवार होकर बिहार में अपने कार्यक्रम स्थल पहुंचे। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रुकी ही, न थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा, तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रुकी ही, न थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा, तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा। 2014 से पहले देश में 125 से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे, अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। अब सरकार सड़क भी दे रही है, रोजगार भी दे रही है। वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। शांति, सुरक्षा, शिक्षा और विकास गांव-गांव तक बिना रुकावट के पहुंचेंगे।
मुंह पर नकाब लगाए, हाथों में बन्दुक थामें नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आएं, हर किसी को ये खौफ रहता था। नक्सल प्रभावित गांव में न तो अस्पताल होता था, न मोबाइल टावर, कभी स्कूल जलाए जाते थे, कंही सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था। इन लोगों का बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान पर कोई विशवस नहीं था।
2014 के बाद हमने इस दिशा में और तेजी से काम किया, हमने माओवादियों को उनके किए की सजा देनी शुरू की। हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है, फिर व्वो चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर हो। बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का कैसे खात्मा किया है, बिहार के लोग इसके साक्षी हैं। मां भारती की रक्षा हमारे BSF के जवानों के लिए सर्वोपरि है।
यही मातृभूमि की सेवा का पवित्र कर्तव्य निभाते हुए 10 मई को सीमा पर BSF सब-इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए थे। मैं बिहार के इस वीर बेटे को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। और मैं आज बिहार की धरती से फिर दोहराना चाहता हूं कि Operation Sindoor में भारत की जो ताकत दुश्मन ने देखी है, दुश्मन समझ ले कि ये तो हमारे तरकश का केवल एक ही तीर है।
Operation Sindoor में दुनिया ने हमारी BSF का भी अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस देखा है। हमारी सीमाओं पर तैनात BSF के जाबांज सुरक्षा की अभेद चट्टान हैं। पाकिस्तान के एयरबेस, उनके सैन्य ठिकाने हमने कुछ ही मिनट में तबाह कर दिए। ये नया भारत है, ये नए भारत की ताकत है। भारत की बेटियों के सिंदूर की शक्ति क्या होती है... ये पाकिस्तान ने भी देखी और दुनिया ने भी देखी!
जिस पाकिस्तानी सेना की छत्रछाया में आतंकी खुद को सुरक्षित मानते थे... हमारी सेनाओं ने एक ही झटके में उनको भी घुटनों पर ला दिया। आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को नई गति देने का सौभाग्य मिला है। यहां करीब 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।
आज बिहार में इतनी बड़ी तादात में माताओं-बहनों का आना, अपने आप में बिहार में मेरे इतने कार्यक्रमों की ये सबसे बड़ी शानदार घटना है। मैं माताओं-बहनों को विशेष प्रणाम करता हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। अभी पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था, हमारे कितने निर्दोष नागरिक मारे गए।
इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन बाद मैं बिहार आया था और मैंने बिहार की धरती से देश से वादा किया था, वचन दिया था। बिहार की धरती से आंख में आंख मिलाकर हमने कहा दिया था कि आतंक और आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
बिहार की धरती से मैंने कहा था कि उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। आज जब मैं बिहार आया हूं, तो अपना विचार पूरा करने के बाद आया हूं। जिन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था... हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी बिहार में खुले वाहन से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे
प्रधानमंत्री का वाहन जब राज्य की राजधानी से लगभग 140 किलोमीटर दूर काराकाट में विशाल मंडप में पहुंचा तो उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी थे। प्रधानमंत्री बृहस्पतिवार शाम से पटना में हैं। वह हेलीकॉप्टर से काराकाट पहुंचे और फिर एक वाहन में सवार हुए जिस पर उनकी तस्वीरें बनी हुई थीं।
इस वाहन को रोड शो जैसा अहसास देने के लिए तैयार किया गया था। सड़क के दोनों ओर लोग फूलों की पंखुड़ियां बरसाते और प्रधानमंत्री की प्रशंसा में नारे लगाते देखे गए । मोदी ने पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ढांचों के खिलाफ सफल सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद राज्य की यह यात्रा की है।
प्रधानमंत्री ने मंच पर जाते समय जब हाथ हिलाकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों का अभिवादन किया तो समर्थकों ने ‘‘मोदी! मोदी!’’ के नारे लगाए। बिहार में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले हो रहे प्रधानमंत्री के दौरे से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में उत्साह बढ़ने की संभावना हैं।