किशोर कुमार सहित इमरजेंसी और इंदिरा गांधी का जिक्र, पीएम नरेंद्र मोदी राज्य सभा में कांग्रेस पर बरसे, जानें 10 बड़ी बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: February 8, 2022 14:05 IST2022-02-08T14:02:02+5:302022-02-08T14:05:30+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सभा में एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है।

राज्य सभा में कांग्रेस पर बरसे पीएम नरेंद्र मोदी (फोटो- ट्विटर)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा के बाद मंगलवार को राज्य सभा में भी कांग्रेस पर तीखा हमला किया। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस अर्बन (शहरी) नक्सलियों के नियंत्रण में आ गई है और लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है। पीएम मोदी ने आपातकाल का भी जिक्र किया और कहा कि देश में आपातकाल थोंपने वालों को और लोकतंत्र का गला घोटने वाले को लोकतंत्र पर उपदेश देने का अधिकार नहीं है।
पीएम मोदी का कांग्रेस और गांधी परिवार पर हमला
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मजरूह सुल्तानपुरी और प्रोफेसर धर्मपाल को पंडित जवाहरलाल नेहरू की आलोचना के लिए जेल में डाला गया। पीएम मोदी ने कहा किशोर कुमार ने इमरजेंसी में इंदिरा गांधी का पक्ष नहीं लिया और इसलिए उन पर रेडियो पर गाने पर बैन लगाया गया।
2. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोग जब एक परिवार की बात से सहमत नहीं होते हैं तो हम जानते हैं कि कैसे उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाया जाता है।
3. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- 'भारत लोकतंत्र की जननी है और दुनिया में इसकी चर्चा होती है लेकिन कांग्रेस की कठिनाई है कि परिवारवाद के आगे उन्होंने कुछ सोचा ही नहीं...भारत के लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है, यह मानना पड़ेगा।’
4. प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस को विलुप्त करने की बात कही थी और ऐसा हो गया होता तो दशकों तक देश को कई समस्याओं से दो-चार ना होना पड़ता।
5. पीएम मोदी ने कहा कि अगर महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार कांग्रेस ना होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता और भारत विदेशी के बजाए स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता।
6. पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर कांग्रेस ना होती तो आपातकाल का कलंक ना होता...अगर कांग्रेस ना होती तो दशकों तक भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता... अगर कांग्रेस ना होती तो जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती।'
7. पीएम ने कहा- अगर कांग्रेस ना होती तो सिखों का नरसंहार ना होता... सालों साल पंजाब आतंकवाद की आग में जलता...कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती है... अगर कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं ना होती। अगर कांग्रेस ना होती देश के सामान्य जन को सड़क, बिजली, पानी और शौचालय की मूलभूत सुविधाओं के लिए इतने सालों तक इंतजार करना पड़ता।
8. प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जब तक सत्ता में रही तो उसने देश का विकास नहीं होने दिया और आज जब विपक्ष में है तो वह देश के विकास में बाधा डाल रही है।
9. राहुल गांधी के ‘भारत राष्ट्र नहीं है और यह राज्यों का संघ है’ संबंधी बयान की ओर इंगित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तो कांग्रेस को भारत के लिए ‘राष्ट्र’ पर भी आपत्ति है। उन्होंने कहा कि यह कल्पना ‘गैर संवैधानिक’ है। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि कांग्रेस को राष्ट्र शब्द से इतनी ही आपत्ति है तो उसने अपने दल के नाम में राष्ट्रीय क्यों रखा है।
10. पीएम मोदी के भाषण के दौरान हंगामे और कांग्रेस के वॉकआउट करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लोकतंत्र में सिर्फ सुनाना ही नहीं होता है, सुनना भी लोकतंत्र का हिस्सा होता है। लेकिन सालों तक उपदेश देने की आदत रही है उनकी। इसलिए बातें सुनने में मुश्किल हो रही है उन्हें।’