इंफालः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मणिपुर की संभावित यात्रा से कुछ दिन पहले राज्य के उखरुल जिले के फुंग्यार निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कम से कम 43 सदस्यों ने पार्टी की सदस्यता से बृहस्पतिवार को इस्तीफा दे दिया। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी। नगा बहुल जिले में पार्टी के फुंग्यार मंडल से इस्तीफा देने वालों में मंडल अध्यक्ष, महिला, युवा और किसान मोर्चा के प्रमुख एवं निर्वाचन क्षेत्र के बूथ प्रमुख शामिल हैं। प्रदेश भाजपा ने अब तक इस्तीफों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। भाजपा सदस्यों ने एक बयान में कहा कि वे ‘‘पार्टी के भीतर वर्तमान स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं’’ और उन्होंने ‘‘परामर्श, समावेशिता और जमीनी स्तर के नेतृत्व के प्रति सम्मान की कमी’’ को इस कदम के पीछे प्रमुख कारण बताया।
इसमें कहा गया, ‘‘पार्टी और उसकी विचारधारा के प्रति हमारी निष्ठा सदैव अटूट रही है। हम अपने समुदाय और मणिपुर के लोगों के कल्याण के लिए काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करते हैं।’’ इस्तीफों पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा की मणिपुर इकाई ने दावा किया कि “ये सभी सदस्य 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद से ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं।”
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष अवंग शिमरे होपिंगसन ने कहा कि यह कदम "प्रचार का हथकंडा है, जिसका उद्देश्य जनता को गुमराह करना और अपने निजी लाभ के लिए पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास है।" होपिंगसन ने कहा कि इस्तीफा देने वाले सदस्यों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। प्रधानमंत्री के शनिवार को मणिपुर पहुंचने की संभावना है।
जो मई 2023 में इंफाल घाटी स्थित मेइती और आसपास के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी-जो लोगों के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद पूर्वोत्तर राज्य की उनकी पहली यात्रा होगी। इस हिंसा में 260 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है तथा हजारों लोग बेघर हुए हैं। फरवरी में एन बीरेन सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद केंद्र ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 सितंबर को मणिपुर में 8,500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। मई 2023 में कुकी और मेइती के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद राज्य की उनकी यह पहली यात्रा होगी। हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हो गए थे।
अधिकारियों के अनुसार, मोदी चुराचांदपुर के ‘पीस ग्राउंड’ से 7,300 करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जहां कुकी बहुसंख्यक हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी मेइती बहुल राज्य की राजधानी इंफाल से 1,200 करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
पिछले कुछ दिनों से इस तरह की अटकलें थीं कि मोदी पड़ोसी राज्य मिजोरम की अपनी आधिकारिक यात्रा के साथ मणिपुर की यात्रा भी करेंगे, लेकिन सरकार या भाजपा की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई थी। हालांकि, बृहस्पतिवार की शाम को सरकार ने एक बड़ा ‘बिलबोर्ड’ (होर्डिंग) लगा दिया, जिसमें 13 सितंबर को चुराचांदपुर के पीस ग्राउंड और राज्य की राजधानी में कांगला किले में प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की घोषणा की गई। यह होर्डिंग इम्फाल के एक प्रमुख स्थान, केशमपट जंक्शन पर लगाया गया है, जो भाजपा के राज्य मुख्यालय के भी निकट है।
राज्य में ऐसे और भी होर्डिंग लगाए जाने की उम्मीद है। मणिपुर में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद फरवरी से राष्ट्रपति शासन लागू है। इससे पहले दिन में, मणिपुर सरकार ने एक परामर्श जारी कर 13 सितंबर को ‘पीस ग्राउंड’ में आयोजित एक ‘‘वीवीआईपी कार्यक्रम’’ में शामिल होने वाले लोगों से कहा था कि वे अपने साथ ‘‘चाबी, कलम, पानी की बोतल, बैग, रूमाल, छाता, लाइटर, माचिस, कपड़े का टुकड़ा, कोई भी नुकीली वस्तु या हथियार और गोला-बारूद न लाएं।’’
एक अधिसूचना में प्रधानमंत्री के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है तथा जनता को परामर्श दिया गया है कि वे 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और बीमार व्यक्तियों को कार्यक्रम स्थल पर लाने से बचें। मणिपुर के एकमात्र राज्यसभा सदस्य लीशेम्बा सनाजाओबा ने प्रधानमंत्री की यात्रा को लोगों और राज्य के लिए ‘‘बहुत सौभाग्यशाली’’ बताया।
भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘यह सौभाग्य की बात है कि मोदी लोगों की कठिनाइयों को सुनेंगे... मणिपुर में पहले भी हिंसक झड़पों का इतिहास रहा है। हालांकि, किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसे समय में राज्य का दौरा नहीं किया और लोगों की बात नहीं सुनी। मोदी ऐसे कठिन समय में दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे।’’
एक वीडियो संदेश में लीशेम्बा ने सभी से मोदी का स्वागत करने और किसी भी प्रकार का बहिष्कार न करने का आग्रह किया। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले इम्फाल और चुराचांदपुर जिला मुख्यालय शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। केंद्रीय सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम भी चुराचांदपुर पहुंच गई। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है और पीस ग्राउंड की ओर जाने वाले मार्ग पर अवरोधक लगाए गए हैं।