PM Narendra Modi Interview: लोकसभा चुनाव को लेकर पक्ष और विपक्ष में लगातार वार-पलटवार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश मांग रहे हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमत ग्रुप को खास इंटरव्यू दिया। लोकमत समूह के सह-प्रबंध निदेशक और संपादकीय निदेशक ऋषि दर्डा, समूह संपादक विजय बाविस्कर, मुंबई संस्करण के संपादक अतुल कुलकर्णी और लोकमत के वीडियो संपादक आशीष जाधव ने प्रधानमंत्री से कई मुद्दों पर बात की। साक्षात्कार पीएम आवास पर आयोजित किया गया...
विरोधी दल केवल आरक्षण के मुद्दे पर ही आपको क्यों घेर रहे हैं?
2014 के बाद भारतीयाें को यह बात समझ में आ गई कि हमारा ‘सबका साथ, सबका विकास’ मंत्र हर समुदाय के लिए बेहद कारगर है. इसने सभी समुदायों के लोगों को विकास के मंच पर ला दिया है. हमने समर्पित भाव से सभी की सेवा की है. यह कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की भेदभावपूर्ण राजनीति से कई मायनों में विरोधाभासी है. कांग्रेस यह समझ गई कि अब वह लोगों में जात-पात को लेकर भेदभाव नहीं कर सकती, इसलिए आरक्षण का मुद्दा उठाकर लोगों के मन में भय उत्पन्न करना चाहती है. आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस ने बड़ा पाप किया है. उसने ओबीसी का आरक्षण छीनकर अपने वोट बैंक में बांट दिया है.
तो कांग्रेस और भाजपा के दृष्टिकोण में वास्तविक अंतर क्या है?
विपक्षी दलों के उद्देश्य को समझने के लिए आपको उनकी राजनीति समझनी पड़ेगी. 2014 के पहले उनकी राजनीति लोगों में जात-पात को लेकर भेद निर्माण करने वाली रही. उन्होंने अपना धार्मिक वोट बैंक तैयार किया. विकास का मुद्दा उनके एजेंडे में कभी नहीं रहा. इसी वजह से आजादी के 60 वर्षों के बाद भी लोगों को खास तौर पर एससी, एसटी और ओबीसी को स्वच्छता, नल से पानी, सिर पर छत जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए संघर्ष करना पड़ा. लोगों की रुचि विकास में होती है, जो भी पार्टी उनके लिए विकास कार्य करती है, उसे वोट देकर मजबूत बनाने से लोग कभी पीछे नहीं हटते. स्वाभाविक रूप से लोग हमसे जुड़ते जा रहे हैं. उनकी भाजपा के विकास पर श्रद्धा है. हमने केवल इसी मुद्दे पर अपना ध्यान केंद्रित किया है. हमें समाज के हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है. इससे पहले कांग्रेस केवल उनके वोट हासिल कर लेती थी, विकास कार्य नहीं करती थी. हमारे इस दृष्टिकोण को लेकर कांग्रेस पसोपेश में है.
आप कांग्रेस के घोषणापत्र पर लगातार हमला क्यों कर रहे हैं?
आपने कांग्रेस का घोषणापत्र देखा है ना? उसमें अनेक घातक विचार रखे गए हैं. आपको कांग्रेस के तुष्टीकरण का इतिहास पता है. आपने देखा कि कांग्रेस के शहजादे कैसे माओवादियों की भाषा बोल रहे हैं. इसलिए इन सभी मुद्दों की ओर इशारा करना, उनकी कमियां उजागर करना, यह मीडिया का कर्तव्य नहीं है क्या?
आपके कहने का तात्पर्य क्या है?
यूपीए नीत सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल में देश के शोषित-वंचित वर्ग की स्थिति, बैंकिंग व्यवस्था तथा अर्थव्यवस्था के प्रबंधन में कोताही बरती गई. भ्रष्टाचार तथा नीतियों के अभाव से लोग त्रस्त हो चुके थे. इसके विपरीत हमारे द्वारा 10 वर्षों में किए गए कार्य लोगों के सामने हैं.
कांग्रेस का आरोप है कि देश में विभाजन पैदा किया जा रहा है?
हमने पिछले एक दशक में उल्लेखनीय कार्य किए हैं. इसके विपरीत आप ‘इंडी आघाड़ी’ का काम देखें. विपक्ष के पास कोई सकारात्मक विचार नहीं है. विपक्ष का एजेंडा लोगों में विभाजन पैदा करना, भेदभाव करना और लोगों को लूटना ही है. विपक्ष ने हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति की है. अब वह वोटबैंक की राजनीति के लिए समाज के वंचित वर्गों का संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार भी छीन लेने का प्रयास कर रहा है. लोगों को हमारी विकसित भारत की संकल्पना की जानकारी है. इंडी आघाड़ी की एक भी पार्टी विकसित भारत की बात करती है क्या? आप ही इसका मुझे जवाब दें..