नई दिल्ली: बेंगलुरु और अहमदाबाद के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के छात्रों और शिक्षकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरती बयानबाजी और हमलों को लेकर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए गए पत्र में 183 लोगों के हस्ताक्षर हैं जिसमें से 13 आईआईएम बेंगलुरु और तीन आईआईएम अहमदाबाद के फैकल्टी के सदस्य हैं।
पत्र में लिखा गया है कि माननीय प्रधानमंत्री, हमारे देश में बढ़ती असहिष्णुता पर आपकी चुप्पी हम सभी के लिए निराशाजनक है जो हमारे देश के बहुसांस्कृतिक ताने-बाने को महत्व देते हैं। माननीय प्रधानमंत्री, आपकी चुप्पी नफरत भरी आवाजों को बल देती है और हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।
पत्र में उनसे देश को उन ताकतों से दूर करने का अनुरोध किया गया है जो देश को विभाजित करती हैं। इस पत्र को आईआईएम बेंगलुरु के फैकल्टी के पांच सदस्यों ने तैयार किया है।
पत्र में दक्षिणी बेंगलुरु के सांसद तेजस्वी सूर्या के मुस्लिमों और ईसाइयों का धर्म परिवर्तन कराने के लिए हिंदुओं को उकसाने वाला बयान, देशभर में चर्चों पर हुए हालिया हमले और हरिद्वार में हुए धर्म संसद में नफरती भाषणबाजी पर चिंता जताई गई।