कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा यह कहने पर कि तृणमूल कांग्रेस 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' प्रस्ताव के पक्ष में नहीं है, बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस को इस मुद्दे के बारे में 'सोचना' बंद कर देना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का मुद्दा ममता बनर्जी के दायरे के बाहर का मामला है। इसलिए उन्हें तो इस बारे में सोचना ही नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी के बयान का कोई मतलब नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वही करेंगे, जो सारा देश चाहता है। आखिर ममता बनर्जी क्या हैं? वह एक प्राइवेट लिमिटेड पार्टी की मालकिन हैं। पीएम मोदी देश के बारे में सोचने के लिए हैं। भाजपा 'अबकी बार, 400 के पार'। ममता बनर्जी को इन सब विषयो के बारे में नहीं सोचना चाहिए।"
भाजपा नेता अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि उनका तो बस एक काम बता है और वो है बंगाल में रोहिंग्याओं को घुसने देना और लूटपाट करने देना।
अधिकारी ने कहा, "उनका काम रोहिंग्याओं को पश्चिम बंगाल में घुसपैठ करने और लूटपाट करने देना है। उन्हें लूटने दो बंगाल, ममता बनर्जी यही चाहती हैं।"
मालूम हो कि ममता बनर्जी ने बीते गुरुवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस 'एक राष्ट्र एक चुनाव' प्रस्ताव के पक्ष में नहीं है क्योंकि इसने "संघवाद" के खिलाफ एक संरचना थोपी है।
ममता बनर्जी ने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' पर केंद्र की उच्च स्तरीय समिति के सचिव डॉ. नितिन चंद्रा को लिखे पत्र में कहा कि उन्हें संदेह है कि यह प्रस्ताव "भारत की राजनीति को राष्ट्रपति प्रणाली में बदलने की योजना" का रूप है।
उन्होंने कहा, "मुझे संदेह है कि 'एक राष्ट्र एक चुनाव' से भारतीय संवैधानिक व्यवस्था की बुनियादी संरचना नष्ट हो जाएगी। ऐसा लगता है कि इसका डिज़ाइन राष्ट्रपतिकरण के पक्ष में झुकाव की ओर है। इस डिज़ाइन को गुप्त रखा गया है। इसके ऐसा प्रतीत होता है निरंकुशता अब राष्ट्रीय सार्वजनिक क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए लोकतांत्रिक पकड़ चाहती है और मैं निरंकुशता के खिलाफ हूं और इसलिए मैं आपके डिजाइन के खिलाफ हूं।''