पीएम मोदी ने कहा- भारत का दूध उत्पादन दुनिया में सर्वाधिक, गेहूं और चावल से भी ज्यादा
By रुस्तम राणा | Published: April 19, 2022 03:55 PM2022-04-19T15:55:39+5:302022-04-19T15:55:39+5:30
प्रधानमंत्री ने कहा, आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है। जब करोड़ों किसानों की आजीविका दूध पर निर्भर करती है, तो भारत सालाना 8.5 लाख करोड़ रुपये का दूध पैदा करता है।
गांधीनगर: भारत का दूध उत्पादन दुनिया में सबसे ज्यादा है। इसने गेंहू और चावल को भी पीछे छोड़ दिया है। पीएम मोदी ने मंगलवार को ये कहा कि भारत सालाना 8.5 लाख करोड़ रुपये के दूध का उत्पादन करता है, जो गेहूं और चावल के कारोबार से अधिक है, जिसमें छोटे किसान डेयरी क्षेत्र के सबसे बड़े लाभार्थी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, आज, भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है। जब करोड़ों किसानों की आजीविका दूध पर निर्भर करती है, तो भारत सालाना 8.5 लाख करोड़ रुपये का दूध पैदा करता है, जिस पर बड़े अर्थशास्त्रियों सहित कई लोग ध्यान नहीं देते हैं।
नए डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने बनासकांठा जिले के दियोदर में एक नए डेयरी परिसर और बनास डेयरी के आलू प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन किया। बनास डेयरी के नए डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र का उद्देश्य स्थानीय किसानों को सशक्त बनाना और क्षेत्र में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना है।
को-ऑपरेटिव आंदोलन को बताया आत्मनिर्भर भारत की ताकत
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, भारत में गांव की अर्थव्यवस्था को, माताओं-बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल दिया जा सकता है, को-ऑपरेटिव मूवमेंट यानि सहकार कैसे आत्मनिर्भर भारत अभियान को ताकत दे सकता है, ये सबकुछ यहां प्रत्यक्ष अनुभव किया जा सकता है।
महिलाओं की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा - बनासकांठा की पशुपालक माताओं-बहनों को नमन, जो अपने बच्चों की तरह पशुओं की देखभाल करती हैं। यहां तक कि वे उनकी देखभाल के चलते दूर हो रहे शादी-प्रसंगों तक में नहीं जाती हैं।
जैविक खाद और बायोगैस संयंत्र को भी राष्ट्र को किया समर्पित
प्रधानमंत्री ने बनास सामुदायिक रेडियो स्टेशन और पालनपुर में पनीर उत्पादों और मट्ठा पाउडर के उत्पादन के लिए विस्तारित सुविधाओं और दामा में स्थापित जैविक खाद और बायोगैस संयंत्र को भी राष्ट्र को समर्पित किया।
साथ ही उन्होंने कहा, आज यहां एक बायो-सीएनजी प्लांट का लोकार्पण किया गया है और 4 गोबर गैस प्लांट्स का शिलान्यास हुआ है। ऐसे अनेक प्लांट्स बनास डेयरी देशभर में लगाने जा रही है। ये कचरे से कंचन के सरकार के अभियान को मदद करने वाला है।