गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को ओडिशा में वर्चुअल रैली को संबोधिया किया और जनसभा में नागरिकता संशोधन एक्ट, अनुच्छेद 370 से लेकर पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने प्रवासियों के दर्द को अपनी बात रखी।
अमित शाह ने वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमला करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि दुनिया अब महसूस करती है कि भारत अपनी सीमाओं के भीतर कोई घुसपैठ बर्दाश्त नहीं करेगा।
गृहमंत्री ने कहा, पहले देश की सीमाओं पर हमले होते थे, लोग आते थे जवानों के सिर काटकर ले जाते थे। दिल्ली का दरबार चुप रह जाता था, उफ नहीं करता था। इनके माथे पर जूं तक नहीं रेंगती थी। हमारे वक्त में भी हमला हुआ। उरी में हुआ, पुलवामा में हुआ। जैसे ही ये हमले हुए मोदी जी ने तनिक भी देरी नहीं की, एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान को घर में घुसकर दंडित किया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी राजनीति में सिर्फ सत्ता प्राप्त करने के लिए नहीं बल्कि जनसंवाद करने के लिए आई है। हम जनता की समस्या को जानने की कोशिश करते हैं और उनके मुद्दों को हल कर उसके नतीजे जनता के सामने पेश करते हैं।
अमित शाह ने कहा कि कोविड-19 एक वैश्विक महामारी है। पीएम मोदी ने सामाजिक दूरियों के लिए भी सलाह दी है लेकिन यह कभी भी लोगों और भाजपा के बीच दो गज की दूरी नहीं हो सकती। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में, हम अब आभासी रैलियों के माध्यम से लोगों के साथ संपर्क कर रहे हैं।
प्रवासी मजदूरों को लेकर अमित शाह ने कहा, "प्रवासियों के दुख से हम सभी दुखी हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता थी।" उन्होंने आगे कहा, "कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सभी राज्यों ने अच्छा काम किया है और केंद्र ने उनके सहयोग से संयुक्त लड़ाई लड़ी।"