नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 जुलाई को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। जब पीएम मोदी बोल रहे थे तब विपक्षी सांसद लगातार मणिपुर और नीट जैसे मुद्दे पर नारा लगा रहे थे। विपक्ष के सांसद वेल में भी चले आए। लेकिन इसी दौरान एक ऐसा नजारा दिखा जिसकी खूब चर्चा हो रही है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेल में नारेबाज़ी कर रहे विपक्ष के सांसदों को पानी का ग्लास दिया। ये उस वक्त हुआ जब विपक्ष के सांसद पीएम मोदी के भाषण में बाधा डाल रहे थे। अब इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
इस घटना का वीडियो भाजपा ने भी अपने सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा है कि संस्कार अपने-अपने...बीजेपी ने दिखाया है कि कैसे राहुल गांधी विपक्ष के नेताओं को वेल में जाने के लिए उकसा रहे हैं। और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने खिलाफ नारे लगा रहे सांसदों को पानी देते हैं।
वीडियो शेयर कर शहजाद पूनावाला ने भी पूछा है कि तानाशाह कौन है?
बता दें कि अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी विपक्ष पर खूब बरसे। उनके निशाने पर मुख्य रूप से कांग्रेस और राहुल गांधी रहे। पीएम ने कहा, "आज हिंदुओं पर झूठा आरोप लगाने की साजिश हो रही है, गंभीर षड्यंत्र हो रहा है। ये कहा गया कि हिंदू हिंसक होते हैं... ये हैं आपके संस्कार, ये है आपका चरित्र, ये है आपकी सोच, ये है आपकी नफरत? इस देश के हिंदुओं के साथ ये कारनामे... ये देश शताब्दियों तक इसे भूलने वाला नहीं है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, बालक बुद्धि देखिए, "राफेल के छोटे-छोटे खिलौने बनाकर उड़ाते थे, सेनाओं का मजा उड़ाते थे। कांग्रेस ऐसे हर रिफॉर्म का विरोध करती है जो सेना को मजबूती दे। अब कांग्रेस को ये पता चल चुका है कि नौजवानों की ऊर्जा ही सेना की सबसे बड़ी शक्ति है। सेना में भर्ती को लेकर सरासर झूठ फैलाया जा रहा है, ताकि मेरे देश के नौजवान सेना में न जाएं। मैं सदन के माध्यम से जानना चाहता हूं कि आखिर किसके लिए कांग्रेस हमारी सेनाओं को कमजोर करना चाहती है, किसके फायदे के लिए कांग्रेस वाले सेना के संबंध में इतना झूठ फैला रहे हैं?"
पीएम ने आगे कहा, "इन्होंने देश आजाद हुआ तब से भ्रष्टाचार की परंपरा बनाई। जीप घोटाला, पनडुब्बी घोटाला, बोफोर्स घोटाला हो, इन सारे घोटालों ने सेना की ताकत को बढ़ने से रोका है। वह भी एक वक्त था जब कांग्रेस के जमाने में हमारी सेनाओं के पास बुलेटप्रूफ जैकेट भी नहीं होते थे। सत्ता में रहते हुए सेना को कमजोर किया ही किया, विपक्ष में जाने के बाद भी सेना को कमजोर करने के लगातार प्रयास होते रहे। जब कांग्रेस सरकार में थी, फाइटर जेट नहीं लिए और जब हमने कोशिश की तो कांग्रेस हर तरह की साजिश पर उतर आई। फाइटर जेट एयरफोर्स तक न पहुंच पाए, इसके लिए हर तरह की साजिश की गई।"