देश में कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल चल रहा है, लेकिन इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह साफ कर दिया है कि कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी का अभी कोई पुख्ता सबूत नहीं है और अभी यह एक्सपेरिमेंटल स्टेज पर ही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, "आईसीएमआर ने कोविड-19 के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी की प्रभावकारिता का अध्ययन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन शुरू किया है। हालांकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इसे उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
लव अग्रवाल ने कहा, "प्लाज्मा थेरेपी अभी भी प्रायोगिक है, जब इसे लेकर कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल जाता इसका उपयोग किसी के द्वारा नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह रोगी के लिए हानिकारक हो सकता है।
भारत में कोरोना की चपेट में आ चुके हैं 29 हजार से ज्यादा लोग
बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर है और अब तक भारत में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में 29435 लोग आ चुके हैं। देशभर में कोरोना वायरस के कारण अब तक 934 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 6868 लोग ठीक भी हुए हैं। एक व्यक्ति देश के बाहर चला गया है और अभी भी भारत में कोरोना वायरस के 21632 एक्टिव केस मौजूद हैं।
देश में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में है कोरोना का संक्रमण
देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में है और राज्य में अब तक कोविड-19 से 8590 लोग संक्रमित हो चुके हैं। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना की वजह से 369 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और 1282 लोग ठीक भी हुए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले मुंबई और पुणे से सामने आए हैं।