पटना: जन सुराज पदयात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैंने किसी से आजतक पैसा नहीं लिया पर अब ले रहा हूं। बिहार में बदलाव के लिए उनसे फीस ले रहे हैं, जिनके लिए अब तक काम किया है, ताकि ये टेंट लगाया जा सके।
पीके ने कहा कि कहा जा रहा है कि मेरे पास पैसा कहां से आ रहा- मेहनत से, अपनी बुद्धि से 10 साल काम किए हैं, दलाली नहीं किए हैं। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि अभी तक दलाली नहीं की है, इसलिए अब कई पार्टियों के लोग उनसे चिढ़ रहे हैं। उनके किसी के साथ मिले होने का आरोप लगा रहे हैं।
बता दें कि सोमवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रशांत किशोर पर हमला बोलते हुए कहा था कि पीके भाजपा के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। मंगलवार की सुबह भाजपा के प्रवक्ता ने वीडियो जारी कर जदयू पर पलटवार करते हुए सवाल किया था कि 2015 के चुनाव में जदयू ने पीके को कितने करोड़ रूपये दिए थे?
प्रशांत ने कहा कि मैं एक डॉक्टर का बेटा हूं अपनी बुद्धि से देश से सीख कर आया हूं। पैसे की वजह से बिहार का लड़का छूटना नहीं चाहिए, यही मेरा संकल्प है। प्रशांत ने जनता से अपील की कि गरीबी और समाज से मतलब नहीं है, बिहार के विकास के लिए आप साथ आइए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोच रहे हैं कि हम मैदान छोड़ देंगे, हम तो बढ़िया-बढ़िया आदमी की नाक में दम कर देंगे।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 2014 में चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर मदद मांगी थी। 2015 में उनको जिताने में कंधा लगाया, अभी 10-15 दिन पहले नीतीश कुमार ने बुलाकर कहा है कि हमारे साथ काम कीजिए, हमने कहा कि ये अब नहीं हो सकता है।
पीके ने जनसुराज के संकल्प का हवाला देते हुए कहा कि एक बार जो लोगों को वादा कर दिया है कि 3500 किमी चलकर गांव-गांव में जाकर लोगों को जगाना है, वही करेंगे। एक बार जनबल खड़ा हो गया, फिर कोई भी टिकने वाला नहीं है लिखकर रख लीजिए।