जम्मू कश्मीर की सियासत को लेकर दिल्ली में कांग्रेस की बैठक, गठबंधन सरकार बनाने की तैयारी
By स्वाति सिंह | Published: July 2, 2018 12:57 PM2018-07-02T12:57:23+5:302018-07-02T13:33:39+5:30
राज्य में बहुमत के लिए कुल 44 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है। ऐसे में अगर पीडीपी और कांग्रेस एक साथ आते हैं तो उनको 40 सीट मिल जाएंगे और बहुमत के लिए कुल 44 विधायक चाहिए।
नई दिल्ली, 2 जुलाई: जम्मू कश्मीर की सियासत में एक बार फिर हलचल है। दरअसल, खबर यह है कि पीडीपी और कांग्रेस मिलकर राज्य में सरकार बनाने में लगे हुए है। इस सिलसिले में सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बैठक जारी है। इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम समेत पार्टी के कई बड़े नेता शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को कांग्रेस विधायकों की श्रीनगर में बैठक भी होनी है।
ये भी पढ़ें: अर्से बाद फूटा सुषमा स्वराज के पति का दर्द, बोले- सुषमा के साथ हो रहे बर्ताव से ‘असहनीय दर्द’ हो रहा है
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में कुल 89 विधान सभा सीटें हैं। राज्य में कुल 87 सीटों के लिए चुनाव होते हैं। दो सीटें मनोनीत सदस्यों के लिए आरक्षित है। अभी विधान सभा में महबूबा मुफ्ती की पीडीपी के पास 28 विधायक हैं। कांग्रेस के पास 12 विधायक हैं। राज्य में बहुमत के लिए कुल 44 विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है। ऐसे में अगर पीडीपी और कांग्रेस एक साथ आते हैं तो उनको 40 सीट मिल जाएंगे और बहुमत के लिए कुल 44 विधायक चाहिए। खबरों की मानें तो कांग्रेस कहना है कि अगर 3 निर्दलीय विधायक और 1-1 सीपीआईएम-जेकेडीऍफ के विधायक सरकार बनाने के पक्ष में हैं। उन्होंने इस बात का भरोसा भी दिलाया है कि वह विधायक सरकार बनाने में साथ देंगे। मंगलवार को होने वाली बैठक में इन्हीं मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।
ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीरः पहली बार पत्थरबाजों को सबक सिखाएगी ये CRPF की 500 महिला जवानों की टुकड़ी
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर की गठबंधन सरकार में साझीदार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंगलवार (19 जून) जम्मू-कश्मीर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से समर्थन वापस ले लिया है। इसके बाद ही जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पद से इस्तीफा दे दिया था। उस वक्त कांग्रेस ने भी समर्थन देने से मना किया था। इधर नेशनल कॉफ्रेंस और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दूला ने कहा था कि वह पीडीपी को अपना समर्थन नहीं देगी। उन्होंने साफ किया था कि ना हमें किसी ने अप्रोच किया है और ना हम अप्रोच करने जाएंगे। मैं अपनी पार्टी की ओर राज्यपाल को यह विश्वास दिलाया है कि हम उनका पूरा साथ देंगे। हम सरकार नहीं बनाना चाहते है।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें।