Parliament Session 2024 Live Updates: राजस्थान के कोटा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद ओम बिरला ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। एनडीए ने स्पीकर पद के लिए ओम बिरला को उतारा है। बिरला के सामने कांग्रेस सांसद के सुरेश होंगे। 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बन पाने के बाद पहली बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा। इंडिया ब्लॉक ने कांग्रेस सांसद सुरेश को मैदान में उतारा है।
इतिहास में पहली बार स्पीकर पद के लिए चुनाव हो रहा है। कल सुबह 11 बजे मतदान होगा। एनडीए ने जहां बीजेपी सांसद ओम बिरला को अपना उम्मीदवार चुना है, वहीं विपक्ष ने दिग्गज कांग्रेस नेता के सुरेश को मैदान में उतारने का फैसला किया है। कोटा संसदीय सीट से एक बार फिर निर्वाचित हुए बिरला पिछले 20 वर्ष में निचले सदन में फिर से निर्वाचित होने वाले पहले पीठासीन अधिकारी बन गए हैं।
बिरला ने दोबारा लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का उम्मीदवार बनाये जाने की खबरों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। आम चुनाव में ओम बिरला ने कोटा लोकसभा सीट पर 41,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी। आठवां लोकसभा चुनाव जीतने वाले सुरेश ने यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया था।
पिछले कार्यकाल में लोकसभा में कोई भी उपाध्यक्ष नहीं था। लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए राजग उम्मीदवार की ओर से मंगलवार को नामांकन दाखिल किया जाएगा। द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन समेत अन्य विपक्षी नेताओं से भी बात की। लोकसभा में राजग को स्पष्ट बहुमत है।
जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि ओम बिरला ने राजग के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन पाने पर कांग्रेस सांसद कोडिकुनिल सुरेश ने मंगलवार को इस पद के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन दाखिल कर दिया।
रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के नेता एन के प्रेमचंद्रन ने बताया कि सुरेश ने नामांकन दाखिल किया है। पिछली लोकसभा में निचले सदन के अध्यक्ष रहे ओम बिरला ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सरकार और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन सकी।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और द्रमुक नेता टीआर बालू लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए राजग उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय से बाहर आ गए। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की प्रतिबद्धता नहीं जताई।
इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है और यदि नरेन्द्र मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती है तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा।
उन्होंने संसद भवन परिसर में संवाददाताताओं से बातचीत में यह भी कहा था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने समर्थन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फोन किया था और फिर से फोन करने की बात की थी, लेकिन अब तक उनका फोन नहीं आया। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री विपक्ष से रचनात्मक सहयोग की उम्मीद करते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता का अपमान किया जा रहा है।