Pahalgam Terror Attack: सऊदी अरब की यात्रा बीच में ही समाप्त कर स्वदेश लौट रहे पीएम मोदी, जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले के बाद फैसला
By सतीश कुमार सिंह | Updated: April 22, 2025 23:58 IST2025-04-22T23:51:44+5:302025-04-22T23:58:56+5:30
Pahalgam Terror Attack: कश्मीर के पहलगाम शहर के पास हुए आतंकवादी हमले में दिल को झकझोर देने वाले दृश्य सामने आ रहे हैं।

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Pahalgam Terror Attack: जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में ही समाप्त करके स्वदेश लौटने का फैसला किया है। जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले के चलते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा को बीच में ही समाप्त करके स्वदेश लौटने का फैसला किया। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सऊदी अरब द्वारा आयोजित आधिकारिक रात्रिभोज में भाग नहीं लिया और अपनी यात्रा को बीच में ही समाप्त करके देश लौटने का फैसला किया है। मोदी खाड़ी देश की दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद बुधवार को स्वदेश लौटने वाले थे। सूत्रों ने बताया कि आतंकवादी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री आज रात स्वदेश लौट रहे हैं।
PM Modi set to cut short his visit to Saudi Arabia and return home tonight in view of terror attack in Kashmir: Sources
— Press Trust of India (@PTI_News) April 22, 2025
White House Press Secretary says US President Donald Trump (@realDonaldTrump) will be speaking with Prime Minister (@narendramodi) as soon as he possibly can to express his heartfelt condolences for those lost in Kashmir. pic.twitter.com/MpfIhGfLA8— Press Trust of India (@PTI_News) April 22, 2025
सऊदी अरब में भारतीय राजदूत सुहेल एजाज खान ने प्रधानमंत्री मोदी की जेद्दा की राजकीय यात्रा पर क्या कहा है। प्रधानमंत्री मोदी क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद के राजकीय दौरे के निमंत्रण पर आज दोपहर जेद्दा पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी के आज कई कार्यक्रम थे।
क्राउन प्रिंस ने अल सलाम पैलेस में प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया। इसके बाद विस्तृत द्विपक्षीय चर्चा और रणनीतिक साझेदारी की बैठक हुई। इन दोनों बैठकों के बाद एक अनौपचारिक बैठक हुई। बैठक की शुरुआत दोनों नेताओं द्वारा भारत में हुए दुर्भाग्यपूर्ण आतंकी हमले की निंदा करने के साथ हुई।
क्राउन प्रिंस ने अपनी संवेदनाएं, सहानुभूति व्यक्त की और इस संबंध में हमें हरसंभव मदद की पेशकश की। लोकप्रिय बैसरन में जब आतंकवादियों ने धावा बोला तो लोग डर के मारे तंबू के अंदर छिप गया। आतंकवादियों ने 54 वर्षीय संतोष जगदाले को तंबू से बाहर आने और इस्लाम की एक आयत पढ़ने के लिए कहा। जब वह आयत नहीं पढ़ पाए तो आतंकवादियो ने जगदाले को गोलियों से छलनी कर दिया।
उन्होंने जगदाले पर तीन बार गोली मारी, एक बार उनके सिर में, फिर कान के पीछे और फिर पीठ में गोली मारी। संतोष जगदाले पुणे के एक व्यवसायी थे। उनकी 26 वर्षीय बेटी असावरी जगदाले ने आपबीती सुनाई। जगदाले की बेटी ने कहा, ‘‘पिता के जमीन पर गिर जाने के बाद, बंदूकधारियों ने मेरे बगल में चाचा पर हमला किया और उनकी पीठ में कई गोलियां बरसाईं।’’
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए मंगलवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ उसी तरह की व्यापक सामाजिक सहमति बनाने के लिए काम करने की जरूरत है जो अतीत में हुआ करती थी।
"Strongly condemn the cowardly terrorist attack on innocent tourists in Pahalgam, J&K. Heartfelt condolences to the families of the victims & prayers for the speedy recovery of the injured," posts Union Minister Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw). pic.twitter.com/gDVyn9Nc4j
— Press Trust of India (@PTI_News) April 22, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है। सोनिया गांधी ने एक बयान में कहा, "जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में निर्दोष पर्यटकों पर हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के बारे में जानकर मैं बहुत दुखी और मर्माहत हूं।" उन्होंने कहा कि हिंसा का सहारा लेना कायरतापूर्ण कृत्य है और इसकी निःसंदेह निंदा की जानी चाहिए।
सोनिया गांधी ने कहा, "मैं उन परिवारों का दर्द समझती हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और उनके प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायलों के पूर्ण एवं शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना करती हूं।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, "हम इन विभाजनकारी और हिंसक ताकतों को हराने का संकल्प साझा करते हैं। हमें आतंक के खिलाफ उस तरह व्यापक सामाजिक सहमति बनाने के लिए काम करने की जरूरत है जो अतीत में हुआ करती थी।" उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी है कि हमारे नागरिकों की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित हो।’’