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ऑक्सीजन किल्लत: पीएम मोदी ने की बैठक, अब विदेश से मेडिकल ऑक्सीजन मंगाएगी मोदी सरकार

By एसके गुप्ता | Updated: April 16, 2021 20:09 IST

देश में कोविड-19 महामारी के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की विस्तार से समीक्षा की और इसके उत्पादन में तेजी लाने का आह्वान किया।

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ठळक मुद्देदेश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।मद्देनजर ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है।पीड़ित कोरोना मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत होती है।

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऑक्सीजन की कमी को लेकर समीक्षा बैठक की। इसमें कोरोना प्रभावित 12 राज्यों की स्थिति और वहां ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

 

 

पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि देश के किसी भी राज्य में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए हर संभव उपाय किए जाएं। अगर घरेलू उत्पादकों से ऑक्सीजन की मांग पूरी नहीं होती है तो इसका आयात भी किया जाए। चौंकाने वाली बात यह है कि एक दिन पहले ही गुरुवार को कोरोना टास्क फोर्स ग्रुप-2 की बैठक ऑक्सीजन की कमी को लेकर हुई थी, इसमें ऑक्सीजन की खपत कुल उत्पादन का मात्र 54 फीसदी बताने के साथ कहा गया था कि देश में 50 हजार मैट्रिक टन ऑक्सीजन सरप्लस है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग ऑक्सीजन कमी पर हुई बैठक में बताया गया कि इस समय देश के 12 राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में ऑक्सीजन की ज्यादा मांग है।

इसके अलावा राज्यों में बढ़ती मांग को देखते हुए अधिकारियों ने बताया कि आगामी 20 अप्रैल को 4880 एमटी, 25 अप्रैल को 5619 एमटी और 30 अप्रैल को 6593 एमटी तक आक्सीजन की डिमांड हो सकती है। मांग के अनुरूप ही ऑक्सीजन आपूर्ति की तैयारी चल रही है। मांग को पूरा करने के लिए पहले देशी उत्पादकों से आक्सीजन ली जाएगी। अगर कमी हुई तो विदेशों से ऑक्सीजन आयात कर कमी को पूरा किया जाएगा।

केंद्र ने ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन टैंकर को एक राज्य से दूसरे राज्यों में पहुंचाने के लिए बिना रजिस्ट्रेशन के अनुमति दी है। इसके अलावा ऑक्सीजन भरने वाले प्लांट को भी जरूरी सुरक्षा उपायों के साथ 24 घंटे काम करने की अनुमति दी जाएगी। सरकार इंडस्ट्रियल सिलिंडर को भी साफ करने के बाद ऑक्सीजन के इस्तेमाल के लिए अनुमति दे रही है। इसके अलावा टैंकर की कमी होने पर नाइट्रोजन और आर्गन टैंकरों का इस्तेमाल ऑक्सीजन टैंकर के रूप में स्वत: किया जा सकेगा। अधिकारियों ने पीएम मोदी को ऑक्सीजन के आयात की कोशिशों के बारे में भी जानकारी दी।

गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि 12 अप्रैल 2021 को देश में 3,842 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की खपत हुई थी, जो कुल उत्पादन क्षमता का 54 फीसदी है। सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की खपत महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, छत्तीसगढ़, पंजाब और राजस्थान में हो रही है। देश में प्रतिदिन ऑक्सीजन का उत्पादन 7127 एमटी है। मौजूदा ऑक्सीजन स्टॉक 50,000 मीट्रिक टन से भी ज्यादा है, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के स्टॉक भी शामिल हैं।

 

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