लाइव न्यूज़ :

एक लाख से ज्यादा छात्रों ने ऑनलाइन मुहिम चलाकर बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कराने की मांग की, CBSE ने दिया ये जवाब

By विनीत कुमार | Updated: April 8, 2021 13:11 IST

भारत में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में लाखों स्टूडेंट ने बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द कराने की मांग की है। उन्होंने 'चेंज डॉट ओआरजी' पर इसके लिए अभियान भी चलाया है।

Open in App
ठळक मुद्दे'चेंज डॉट ओआरजी' पर 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट ने चलाया अभियान, परीक्षा रद्द कराने की मांगछात्रों के अनुसार पिछले साल जब कोरोना के मामले कम थे तो सबकुछ बंद कर दिया गया था लेकिन अब हालात पहले से ज्यादा खराब हैंछात्रों ने मांग रखी है कि अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई तो ऑनलाइन एग्जाम लिए जाएं

भारत में कोरोना महामारी के लगातर बढ़ रहे मामलों के बीच 10वीं और 12वीं के एक लाख से अधिक छात्र-छात्राओं ने सरकार से मई में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द करने या फिर इसे ऑनलाइन आयोजित कराने की मांग की है। इन स्टूडेंट ने सरकार से इस संबंध में गुजारिश के लिए याचिकाओं पर हस्ताक्षर किए हैं।

वहीं, पिछले दो दिन से ट्विटर पर #cancelboardexams2021 भी ट्रेंड करता रहा है। हालांकि इन तमाम मागों के बावजूद  केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस ( सीआईएससीई) ने कहा है कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए तमाम वो इंतजाम किए गए हैं जो कोरोना से बचने के लिए जरूरी हैं।

पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार सीबीएसई के एक अधिकारी ने कहा, 'तमाम इंतजाम किए गए हैं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा ताकि स्टूडेंट की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। सोशल डिस्टेंसिंग को बनाने के लिए परीक्षा केंद्रों में 40 से 50 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। सभी गाइडलाइंस माने जाएंगे।' 

'चेंज डॉट ओआरजी' पर स्टूडेंट की मुहिम

दरअसल 'चेंज डॉट ओआरजी' पर चल रही एक याचिका में छात्रों की ओर से कहा गया है, ‘भारत में हालात हर दिन बदतर होते जा रहे हैं। देश में पिछले साल जब कुछ ही मामले थे तो बाकी की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी गई थी लेकिन अब जब मामले सबसे ज्यादा हैं तो वे स्कूलों को खोलने की योजना बना रहे हैं। हम शिक्षा मंत्री से इस मामले पर विचार करने और इस साल होने वाली सभी परीक्षाओं को रद्द करने का अनुरोध करते हैं। छात्र पहले ही बहुत तनाव में हैं।'

बता दें कि आमतौर पर हर साल प्रैक्टिकल परीक्षाएं जनवरी में कराई जाती हैं और लिखित परीक्षा फरवरी से लेकर मार्च तक चलती है। हालांकि, पिछली बार देर सत्र प्रारंभ होने और कोरोना महामारी के कारण परीक्षाओं को इस साल मई-जून में कराने का निर्णय लिया गया है।

बोर्ड ने पिछले साल ये भी घोषणा की थी कि अगर कोई छात्र घर में किसी के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण प्रैक्टिकल एग्जाम में नहीं आ पाता है तो स्कूल दोबारा से उसकी परीक्षा के प्रबंध करेगी।

बता दें कि पिछले साल ही मार्च में लॉकडाउन की घोषणा के बाद से स्कूल बंद कर दिए गए थे। पिछले साल कुछ राज्यों में स्कूल फिर खोले भी गए लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद इन्हें दोबारा बंद कर दिया गया है। पिछले ही साल बोर्ड परीक्षाओं को भी बीच में बंद करना पड़ा था और फिर बाद में देर से नतीजों की घोषणा की गई थी।  

टॅग्स :कोरोना वायरससीबीएसईसीआईएससीई.ओआरजी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतCBSE 10 and 12 Board Exam 2026 date: सीबीएसई ने कक्षा 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के कार्यक्रम की घोषणा की

भारतCBSE ने बदल दिया पूरा पैटर्न: रटंती विद्या पर नहीं, अब बच्चों का मूल्यांकन उनके सोचने, समझने और प्रयोग करने की क्षमता पर होगा आधारित

भारतCBSE Board Date Sheet 2025-2026: 17 फरवरी से पेपर शुरू?, 10,-12 बोर्ड परीक्षा की अस्थायी ‘डेटशीट’ जारी, सीबीएसई की घोषणा

भारतCBSE स्टूडेंट्स के लिए सेंट्रल सेक्टर स्कॉलरशिप पाने का शानदार मौका, 31 अक्टूबर से पहले करें अप्लाई; जानें कैसे मिलेगा फायदा

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

भारत अधिक खबरें

भारतइंडिगो की 400 से ज्यादा उड़ानें आज हुई रद्द, यात्रियों के लिए मुश्किल हुआ हवाई सफर

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतRBI MPC Meet: लोन होंगे सस्ते, RBI ने रेपो रेट 25 बेसिस पॉइंट्स घटाकर 5.25% किया

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

भारतछत्तीसगढ़: हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती