सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने कहा- लिखित इतिहास के अभाव में हमारे सैन्य नेतृत्व को नुकसान उठाना पड़ा
By भाषा | Updated: February 2, 2020 07:44 IST2020-02-02T07:44:19+5:302020-02-02T07:44:19+5:30
जनरल नरवाने ने कहा, ‘‘सैन्य इतिहास का उद्देश्य पिछली गलतियों से सबक सीखना है। हमेशा ऐतिहासिक समानताएं होती हैं और हमें उन्हें पहचानना होता है।’’

सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे। (फाइल फोटो)
क्रमबद्ध इतिहास नहीं होने के कारण पहले के सैन्य नेतृत्व को नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि वे पूर्ववर्तियों की गलतियों से नहीं सीख सके। यह बात सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने शनिवार को पुणे में कही।
वह बाजीराव पेशवा प्रथम पर मेजर जनरल शशिकांत पितरे (सेवानिवृत्त) की लिखी किताब के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
जनरल नरवणे ने कहा, ‘‘सैन्य इतिहास का उद्देश्य पिछली गलतियों से सबक सीखना है। हमेशा ऐतिहासिक समानताएं होती हैं और हमें उन्हें पहचानना होता है।’’
उन्होंने कहा कि सैन्य इतिहास कोई रामबाण नहीं है बल्कि निश्चित तौर पर यह ‘‘हमें कुछ अंतर्दृष्टि प्रदान करता है और निर्णय लेने में जानकारी मुहैया कराता है।’’ सेना प्रमुख ने कहा कि सैन्य इतिहास यह समझने में मदद करता है कि क्यों कुछ लोग सफल हो जाते हैं और कुछ विफल हो जाते हैं।