लोकसभा चुनाव 2024ः सीएम नीतीश ने कर दिया कमाल!, 15 गैर भाजपा दलों के 27 नेताओं को एक मंच लाएं, विपक्षी एकता की ड्राइविंग सीट पर अब कांग्रेस, शिमला में तय होगा भविष्य
By एस पी सिन्हा | Published: June 24, 2023 07:32 PM2023-06-24T19:32:53+5:302023-06-24T19:34:25+5:30
Opposition Meeting: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अथक प्रयास से अलग-अलग सोच वाले 15 गैर भाजपा दलों के 27 शीर्ष नेताओं को एक मंच पर लाने में सफल रहे।
Opposition Meeting: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की शुरुआत कर दी। मुहिम की सफलता और असफलता की जिम्मेदारी अब कांग्रेस पर निर्भर हो गई है। नीतीश कुमार अपने अथक प्रयास से अलग-अलग सोच वाले 15 गैर भाजपा दलों के 27 शीर्ष नेताओं को एक मंच पर लाने में सफल रहे।
उनकी पहल पर शुक्रवार को पटना में हुई विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक कई मायने में न केवल ऐतिहासिक, बल्कि पूरी तरह सफल रही। इस बैठक में परस्पर विरोधी व समान विचारधारा वाली पार्टियों ने भाजपा के खिलाफ साथ चलने का संकल्प लिया है। इससे देश में एक नए विकल्प का स्पष्ट संकेत गया है।
अब इस विकल्प का स्वरूप क्या होगा, सीटों के बंटवारे का फार्मूला क्या होगा और इसका न्यूनतम साझा कार्यक्रम क्या होगा यह सब जुलाई के दूसरे सप्ताह में शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक में तय होगा। इसकी जिम्मेदारी कांग्रेस को सौंपी गई है अर्थात ड्राईविंग सीट पर अब कांग्रेस होगी।
पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक में ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव भी शामिल हुए, जिनका कांग्रेस से मतभेद रहा है। इससे यह साफ पता चलता है कि विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट होने को लेकर गंभीर हैं।
पटना की बैठक में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी से यह भी साफ हो गया है कि कांग्रेस भी भाजपा के खिलाफ क्षेत्रीय दलों की लड़ाई में सहभागी होने को लेकर गंभीर है। इससे यह संकेत भी निकलता है कि अब किसी तीसरे मोर्चे की अवधारणा नहीं रह गई है।
भाजपा के खिलाफ अब सिर्फ एक विपक्षी गठबंधन होगा। कांग्रेस की अध्यक्षता में शिमला में होने वाली विपक्षी दलों की अगली बैठक में सीटों के बंटवारे का फार्मूला तय होना है। उसमे हर लोकसभा सीट पर एनडीए के खिलाफ विपक्ष का एक साझा उम्मीदवार उतारने पर भी मंथन होगा।
सूत्रों के अनुसार जहां जिसकी जितनी भागीदारी,वहां उसकी उतनी भागीदारी को सीटों के बंटवारे का आधार बनाया जायेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे भी ऐसा संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कहा है कि हमें हर प्रदेश के लिये अलग-अलग तरीके से काम करना होगा।