जम्मू- कश्मीर में मुठभेड़ में मारे गये दो आतंकवादियों में एक हिज्बुल का सदस्य
By भाषा | Updated: March 28, 2021 22:18 IST2021-03-28T22:18:41+5:302021-03-28T22:18:41+5:30

जम्मू- कश्मीर में मुठभेड़ में मारे गये दो आतंकवादियों में एक हिज्बुल का सदस्य
श्रीनगर, 28 मार्च जम्मू- कश्मीर पुलिस ने रविवार को कहा कि कल शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मठभेड़ में जो दो आतंकवादी मारे गये उनमें एक हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य है और वह पिछले ही सप्ताह पाकिस्तान से आया था।
पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर) विजय कुमार ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां के वनगाम में शनिवार शाम को जो मुठभेड़ शुरू हुई थी वह हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा के एक-एक आतंकवादी के मारे जाने के साथ खत्म हो गयी।
उन्होंने यहां कहा, ‘‘ इस अभियान में दो आतंकवादी मारे गये। उनमें एक शोपियां निवासी इनातुल्लाह शेख 2018 से सक्रिय था और वह उस साल हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने के लिए पाकिस्तान गया था। पिछले ही सप्ताह वह लौटा था । वह हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य था।’’
कुमार ने बताया कि दूसरा आतंकवादी आदिल मलिक अनंतनाग का रहने वाला था और उसका संबंध लश्कर-ए-तैयबा से था।
उन्होंने कहा, ‘‘मुठभेड़ स्थल से एक ए के 47 राइफल, एक एम 4 राइफल और एक पिस्तौल बरामद की गयी है। ’’
उन्होंने बताया कि इस साल अब तक सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के पास से दो एम 4 राइफल बरामद की है।
महानिरीक्षक ने कहा कि इस बात की संभावना है कि शेख पाकिस्तान से एम 4राइफल लेकर आया हो।
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस रिकार्ड के अनुसार मलिक सितंबर 2020 से सक्रिय था।
उन्होंने बताया कि दोनों सुरक्षाबलों पर हमला करने और नागरिकों के साथ अत्याचार करने समेत कई आतंकी मामलों में शामिल थे।
प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान उनकी मौजूदगी सुनिश्चित कर लेने के बाद उन्हें आत्मसमर्पण का मौका दिया गया लेकिन उन्होंने तलाशी दल पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। उसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ छिड़ गयी।
प्रवक्ता ने बताया कि शुरुआती मुठभेड़ के दौरान सेना के तीन जवानों को गोलियां लगीं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया । उनमें से एक हवलदार पिंकू कुमार की मौत हो गयी।
महानिरीक्षक ने कहा कि कश्मीर क्षेत्र की पुलिस के सभी कर्मियों ने कुमार को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस दुखद घड़ी में हम कुमार के परिवार के साथ खड़े हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।