पहले दिन राज्यों की पाबंदियों के कारण रद्द हुईं 630 उड़ानें, 532 घरेलू उड़ानों में 39 हजार 231 यात्रियों ने की यात्रा
By सुमित राय | Published: May 25, 2020 07:55 PM2020-05-25T19:55:09+5:302020-05-25T20:28:54+5:30
देशभर में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के बीच 25 मई से घरेलू विमान सेवाएं शुरू हुईं, लेकिन पहले दिन कई राज्यों की पाबंदियों के कारण 630 फ्लाइटों को रद्द करना पड़ा।
देशभर में आज (25 मई) से घरेलू विमान सेवा बहाल हो गई, लेकिन इस बीच कई राज्यों की पाबंदियों के कारण करीब 630 उड़ानों को रद्द करना पड़ा। इनमें से दिल्ली एयरपोर्ट से 82 उड़ानों को रद्द किया गया। पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 190 टेक ऑफ और 190 लैंडिंग का अनुमान जताया था, लेकिन अब 118 विमानें लैंडिंग और 125 टेक ऑफ कीं।
विमानन क्षेत्र के सूत्रों के अनुसार, केन्द्र सरकार द्वारा रविवार की रात पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश के लिए कोई उड़ान नहीं होने और मुंबई, चेन्नई तथा हैदराबाद जैसे बड़े शहरों के लिए कम संख्या में उड़ानों का परिचालन करने का दिशा-निर्देश जारी होने के बाद सोमवार को करीब 630 उड़ानें रद्द हुईं। इस वजह से कई लोग जब सोमवार की सुबह हवाईअड्डे पहुंचे तो अपनी उड़ान रद्द होने की सूचना मिलने के बाद वापस लौटना पड़ा। कई लोगों ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा दिखाया।
पश्चिम बंगाल के सभी हवाई अड्डों पर अम्फान तूफान के चलते 28 मई के बाद से उड़ानों का संचालन होगा। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने प्रति दिन 50 उड़ानों को मंजूरी दी है। तमिलनाडु सरकार ने केंद्र से प्रतिदिन 25 उड़ानों के परिचालन की मांग की है।
Around 630 flights of Monday cancelled in India due to states' restrictions: Aviation industry source
— Press Trust of India (@PTI_News) May 25, 2020
सूत्रों के अनुसार, सोमवार की करीब 1,100 उड़ानों के लिए टिकट की बुकिंग 22 मई से शुरू हुई। नागर विमानन अधिकारियों की सख्त नियमन अनुशंसा के तहत पहले विमान ने दिल्ली हवाई अड्डे से पुणे के लिए सुबह पौने पांच बजे उड़ान भरी जबकि मुंबई हवाई अड्डे से पहली उड़ान पौने सात बजे पटना के लिए भरी गई।
महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्य जहां देश के सबसे व्यस्ततम हवाईअड्डे हैं, वे अपने राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण मामले बढ़ने का हवाला देकर हवाईअड्डों से घरेलू विमान सेवा शुरू करने के लिए इच्छुक नहीं हैं। पश्चिम बंगाल और आंध्रप्रदेश ने विमान सेवा शुरू करने की अनुमति देने के नागर विमानन मंत्रालय के अनुरोध को स्वीकार नहीं किया।
रविवार को यह तय किया गया था कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता और बागडोगरा हवाईअड्डे पर परिचालन 25 से 27 मई तक बंद रहेगा और 28 मई से दोनों जगहों से 20-20 उड़ानें संचालित होंगी। वहीं आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम हवाईअड्डे से 26 मई से लॉकडाउन के पहले की तुलना में सिर्फ 20 प्रतिशत उड़ानों का परिचालन होगा।
मुंबई हवाई अड्डे पर प्रतिदिन 50 घरेलू उड़ानों और हैदराबाद हवाई अड्डे पर प्रतिदिन 30 घरेलू उड़ानों का परिचालन किया जायेगा। चेन्नई हवाई अड्डे पर अधिकतम 25 विमान उतर सकेंगे लेकिन वहां से उड़ान भरने वाले विमानों की कोई संख्या निर्धारित नहीं की गई है।
केन्द्रीय नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार शाम कहा, ‘‘कल तक कोई घरेलू उड़ान नहीं थी और आज 532 उड़ानों से 39,231 यात्री अपने गंतव्य पहुंचे हैं। भारत के आसमान में फिर उड़ानों शुरु हो गई हैं। आंध्रप्रदेश में कल से और पश्चिम बंगाल में 28 मई से उड़ान शुरु होने के साथ ही यात्रियों और उड़ानों की संख्या बढ़ेगी।’’
देशभर में 1 लाख 38 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित
देशभर में कोरोना वायरस से अब तक 138845 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 4021 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। हालांकि देशभर में 57720 लोग ठीक भी हो चुके हैं। एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है और देश में कोरोना के 77103 एक्टिव केस मौजूद हैं।
देशभर में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र से आए हैं कोरोना के मामले
देशभर में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं और राज्य में 50231 लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। अकेले मुंबई में संक्रमित मरीजों की संख्या 30542 हो गई है। पूरे महाराष्ट्र में अब तक 1635 लोगों की मौत इस वायरस के संक्रमण से हुई है, जबकि मुंबई में 988 लोग इस महामारी से अपनी जान गंवा चुके हैं।