लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन आज दोपहर समाप्त हो गए। बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए चुनाव बुधवार को होगा। इस बीच सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्ष के बीच मंगलवार को आम सहमति बनने के बाद भाजपा सांसद ओम बिरला को लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए लोकसभा अध्यक्ष के रूप में फिर से नामांकन दाखिल किया।
सरकार ने विपक्षी दल इंडिया गुट के यह कहने के बाद कि वह अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है, लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू को तैनात किया था। वहीं, कांग्रेस सांसद के़ सुरेश ने लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया।
पहले सूत्रों ने कहा था कि अगर लोकसभा अध्यक्ष के लिए एनडीए के उम्मीदवार पर आम सहमति बनती है तो उपाध्यक्ष का पद विपक्ष के पास जा सकता है। भाजपा ने 2014 में अन्नाद्रमुक के एम थंबी दुरई को उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। यह पद 2019 से खाली है। भाजपा ने 2014 में अन्नाद्रमुक के एम थंबी दुरई को उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। भारत के संसदीय इतिहास में सभी अध्यक्ष सर्वसम्मति से चुने गये हैं।
प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब की नियुक्ति पर सरकार और विपक्ष के बीच कड़वे गतिरोध के बाद स्पीकर पद पर सहमति बनी है। विपक्षी नेताओं ने प्रोटेम स्पीकर की सहायता के लिए पैनल का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया है और सरकार पर अस्थायी पद के लिए लोकसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य को नियुक्त नहीं करने की परंपरा से भटकने का आरोप लगाया है।