पिथौरागढ (उत्तराखंड), 21 जून भारी वर्षा के बाद दारमा घाटी के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाने और एक प्रमुख पुल के बह जाने के कारण अधिकारियों का एक दल वहां पिछले पांच दिनों से फंसा हुआ है। यह दल घाटी में ग्रामीणों को बागवानी और मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देने गया था।
पिथौरागढ के जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने बताया कि 16 जून को हुई भारी बारिश के बाद कांचोटी गांव का पुल बह गया जिससे क्षेत्र के कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया। स्वरूप ने कहा कि पुल के पुनर्निर्माण में कुछ समय लगेगा इसलिए अधिकारियों को मंगलवार को हवाई मार्ग से वापस लाया जाएगा।
हालांकि, जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी वहां सुरक्षित हैं और स्थानीय लोग, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उनकी अच्छी तरह देखभाल कर रहे हैं ।
एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि उपरी और निचली दारमा तथा चौंदास घाटियों के 35 से ज्यादा गांव पुल के बह जाने से प्रभावित हुए हैं । स्वरूप ने कहा कि कांचोटी के पुल का पुनर्निर्माण होने तक गांव वालों की सुविधा के लिए प्रशासन एक वैकल्पिक रास्ता तैयार करने का प्रयास कर रहा है।
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