संबलपुरः ओडिशा के संबलपुर शहर में हनुमान जयंती से पहले बाइक रैली के दौरान बुधवार को हुई हिंसा में कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा के दौरान एक अस्थायी दुकान और कई दोपहिया वाहनों में आग लगा दी गई जबकि कई कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। पुलिस ने 43 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं हिंसा के बाद संबलपुर में इंटरनेट सेवा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया। साथ ही सोशल मीडिया साइटों को ब्लॉक कर दिया गया है।
राज्य के गृह सचिव डीके सिंह द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि 15 अप्रैल को सुबह 10 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा। गौरतलब है कि ओडिशा में हनुमान जयंती महा विशुवा संक्रांति पर मनाया जाता है जो इस साल 14 अप्रैल को होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, रैली में 1 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।
अधिसूचना के अनुसार, ‘‘ स्थिति गंभीर है और संबलपुर जिले में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए उपद्रवी सोशल मीडिया के जरिए झूठे और भड़काऊ संदेश प्रसारित कर रहे हैं।’’ सिंह ने कहा कि ‘‘भड़काऊ और उकसावे वाले उन संदेशों’’ के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जिनसे ‘‘सांप्रदायिक भावनाएं भड़क सकती हैं।’’
अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘ सोशल मीडिया मंच व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि तक पहुंच नहीं होगी। सभी एमएसपी व आईएसपी और ब्रॉडबैंड डायल अप सिस्टम की इंटरनेट/डाटा सेवाएं निलंबित रहेंगी।’ संबलपुर पुलिस अधीक्षक (एसपी) बी. गंगाधर ने बताया कि 43 लोगों को हिरासत में लिया गया है और 26 लोगों पर अब तक भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इलाके में पुलिस बल की 30 टुकड़ियों को तैनात किया गया है।
गंगाधर ने कहा कि आज क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया जाएगा। क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पेट्रोलिंग की जाएगी और बैठक भी की जाएगी। इलाके में फोर्स तैनात कर दी गई है। अधिकारी के मुताबिक, हिंसा के दौरान एक अस्थायी दुकान और कई दोपहिया वाहनों में आग लगा दी गई जबकि कई कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हिंसा तब भड़की जब लगभग 1000 मोटरसाइकिल सवारों की रैली पर पत्थर फेंके गए, जब वे शहर के धनुपल्ली थानाक्षेत्र अंतर्गत भूदापाडा़ और सुनापली से गुजर रहे थे। हालांकि, अधिकारी ने कहा कि हिंसा के सही कारण का पता जांच के बाद चलेगा। एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और दो निरीक्षकों सहित सभी घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया। अधिकारी ने कहा कि हनुमान जयंती समन्वय समिति द्वारा आयोजित रैली को प्रशासन ने रोक दिया और हिंसा वाली जगह पर अतिरिक्त बल की तैनाती की जा रही है।