ओडिशा में कंधमाल जिले के एक घने जंगल में 5-6 जुलाई को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में दो महिला माओवादियों सहित कम से कम पांच माओवादी मारे गए। कंधमाल के एसपी प्रतीक सिंह ने बताया कि मुठभेड़ में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। डीजीपी अभय ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर विशेष अभियान समूह (एसओजी) के कर्मियों और जिला स्वयंसेवी बल (डीवीएफ) के अधिकारियों के दल ने तड़के कंधमाल जिले के तुमुदिबंध इलाके में एक जंगल में छापेमारी शुरू की थी।
सुरक्षाबल जैसे ही माओवादियों के ठिकाने के पास पहुंचे, माओवादियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी जिसके चलते मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें माओवादी मारे गए। महानिदेशक ने बताया कि इलाके से हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि मारे गए नक्सलियों के प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के बांसधारा-नगावेली-घुमुसार संभाग के सदस्य होने का संदेह है। पुलिस महानिदेशक ने यह भी बताया कि इलाके में गहन तलाशी अभियान चल रहा है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में कुछ माओवादी घायल भी हुए हैं।
अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे कंधमाल के एसपी प्रतीक सिंह ने बताया, ‘‘सुरक्षा बलों ने माओवादियों को आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उन्होंने जवाब में स्वचालित राइफलों से गोलियां चलायीं और हथगोले फेंके। मुठभेड़ में कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।’’ सिंह ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद संक्षिप्त मुठभेड़ हुई, जिसके बाद माओवादी घने जंगलों में भाग गए। गोलीबारी रूकने के बाद सुरक्षा बलों को मौके से दो महिला माओवादियों सहित कुल चार माओवादियों के शव मिले हैं। उनकी पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्य सचिव ए. के. त्रिपाठी ने सुरक्षाबलों को बधाई दी और कहा कि इस अभियान ने उग्रवाद से लड़ने के ओडिशा के संकल्प को और मजबूत किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कंधमाल में सफल अभियान पर ओडिशा पुलिस के अधिकारियों और जवानों को बधाई। उनके साहस की सराहना करते हैं। माओवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इससे, राज्य को उग्रवाद से मुक्त करने तथा राज्य के संपूर्ण विकास को गति देने के हमारे संकल्प को मजबूती मिली है।’’