कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को केंद्र सरकार में अल्पसंख्यकों का लगभग कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिलने को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर निशाना साधा है। उनकी यह प्रतिक्रिया केंद्र में सरकार गठन से ठीक पहले आई है।
उमर अब्दुल्ला ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर किये पोस्ट में लिखा, "यह सिर्फ बीजेपी की बात नहीं है, एनडीए मुस्लिम मुक्त, ईसाई मुक्त, बौद्ध मुक्त, सिख मुक्त है और फिर भी सरकार 140 करोड़ भारतीयों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करेगी।"
उमर की प्रतिक्रिया एक रिपोर्ट पर थी, जिसमें बताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एनडीए का हिस्सा रहे विभिन्न अन्य दलों से चुने गए सांसद हिंदू थे।
मालूम हो कि 543 सीटों के लिए लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर सात चरणों में संपन्न हुए थे। अंतिम चरण 1 जून को हुआ था। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 543 सीटों में 240 सीटें जीती हैं, जबकि उसके सहयोगियों ने टीडीपी ने 16, जेडीयू ने 12, शिवसेना ने 7, एलजेपी ने 5, जेडीएस ने 2, जेएनपी ने 2, आरएलडी ने 2, एडीएएल ने 1, एजीपी ने 1, एजेएसयूपी ने 1, हम ने 1, एनसीपी ने 1, एसकेएम ने 1 और यूपीपीएल ने 1 सीट जीती है।
भाजपा ने केरल के मलप्पुरम निर्वाचन क्षेत्र से केवल एक मुस्लिम उम्मीदवार अब्दुल सलाम को मैदान में उतारा था, जिन्हें इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद बशीर ने 30,0,118 वोटों के अंतर से हराया है।
एनडीए में टीडीपी ने अकेले आंध्र प्रदेश में 16 एमपी सीटें जीतीं, जबकि टीडीपी, बीजेपी और जनसेना ने मिलाकर सामूहिक रूप से 25 सीट में से 21 सीटें जीती हैं। रविवार 9 जून को आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।