North Bihar FLOOD News: उत्तर बिहार के जिलों में अचानक आई बाढ़ से आम जनजीवन त्राहिमाम करने लगा है। लाखों की आबादी बाढ़ पीड़ित हो गई है। बाढ़ की स्थिति मंगलवार को भी गंभीर बनी रही। कोसी और कमला नदी के जलस्तर में सोमवार की रात मामूली कमी हुई। लेकिन, मंगलवार की अगले सुबह से जलस्तर में फिर वृद्धि शुरू हो गई है। अब तक राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में कई तटबंध टूट चुके हैं। लाखों की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गई है। बेतिया में सोमवार की देर रात मुख्य पीडी रिंग बांध टूट गया। वहीं, आधी रात को गंडक नदी अपने विकराल रूप धारण कर लिया। उत्तर बिहार में हर तरफ सैलाब दिखाई पड़ रहा है। कहीं घुटने भर तो कहीं कमर भर तो कहीं कलेजे और सिर डूबने तक पानी का तेज बहाव हो रहा है। यह गांव-घर का आलम है।
हर तरफ पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है। ऐसी आफत 20 साल बाद लोग देख-सुन रहे हैं। कहा जा रहा है कि साल 2004 में जो हालात थे, इस बार उससे भी अधिक भयावह स्थिति है। बिहार के 16 जिलों के 55 प्रखंडों की 9.90 लाख आबादी बाढ़ से घिरी हुई है। वहीं बाढ़ में बिहार के अलग-अलग जिलों से 8 लोग जिंदा बह गए हैं, जबकि एक महिला ने हार्ट अटैक से दम तोड़ दी।
उत्तर बिहार के बड़े इलाके में पीड़ा और दहशत के बीच घरों की छतों, तटबंधों व एनएच पर लोग समय बिताने को मजबूर हैं। कई गांव टापू बने हुए हैं। उन्हें भोजन, पानी, बच्चों के लिए दूध व दवा समेत अन्य आवश्यक सामग्री के लिए कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी राहत कार्य शुरू हो गया है।
वायु सेना की मदद से पीड़ित परिवारों तक एयर ड्रॉप के माध्यम से खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद वायु सेना के हेलिकॉप्टर को लगाया गया है। सीतामढ़ी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एयर ड्रॉपिंग शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कोसी, गंडक एवं गंगा नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया। इसके बाद प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलने का निर्देश दिया। बता दें कि 56 साल बाद कोसी और 21 साल बाद गंडक नदी में इतना अधिक पानी आया है।
नदियों के गेज पॉइंट पर उच्चतम जलस्तर का नया रिकॉर्ड बन गया है। अब इसी को मानक मानकर बिहार सरकार उत्तर बिहार की नदियों के तटबंधों की ऊंचाई बढ़ाएगी। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 8 तटबंध टूटे हैं।