नोएडा: नोएडा के सेक्टर-93-ए में सुपरटेक के करीब 100 मीटर ऊंचे अवैध ट्विन टावर को रविवार दोपहर नियंत्रित विस्फोट की मदद से ढहा दिया गया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद से इसे ढहाए जाने की तैयारी लंबे समय से चल रही थी। इसे गिराने में करीब 3700 किलो विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया।
इन विस्फोटकों को इमारतों में करीब 7,000 छेदों रखा गया था। इन सबमें एक साथ विस्फोट के लिए 20,000 सर्किट बनाए गए थे।
इमारत को ढहाए जाने से पहले चेतावनी के लिए सायरन बजाया गया। इसके बाद ट्रिगर की मदद से इसे गिराया गया। इमारत के गिरते ही आसमान धूल के गुबार से भर गया।
ध्वस्तीकरण के लिए 400 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। टावर ढहाए जाने से पहले अदालत के आदेश पर कम से कम 40 लावारिस कुत्तों को रविवार को अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया गया। स्थानांतरित किए गए आवारा पशुओं को शाम तक क्षेत्र में वापस छोड़ दिया जाएगा।
ट्विन टावर्स गिराने में 17 करोड़ से ज्यादा खर्च
सुपरटेक ट्विन टावर्स को गिराने और उसके मलबे आदि के निपटान में करीब 17.5 करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। इस इमारत के गिरने के बाद 55 से 80 हजार टन मलबे (3000 ट्रक) को हटाने में तीन महीने तक का समय लग सकता है।
इन ट्विन टावर्स की ऊंचाई करीब 100 मीटर थी, जो कुतुब मीनार की ऊंचाई से भी अधिक है। इमारतों का गिराने का खर्च भी सुपरटेक कंपनी के ही जिम्मे था। दोनों टावर्स में 950 फ्लैट्स बने थे और सुपरटेक ने इसे बनाने में 200 से 300 करोड़ रुपये खर्च किए थे।