लालू यादव ने कहा, एक हफ्ते में तीन से ज्यादा लोगों को नहीं मिलने दे रहे जेलर, जज ने दिया ये जवाब
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: January 11, 2018 09:22 AM2018-01-11T09:22:11+5:302018-01-11T09:36:59+5:30
लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले से जुड़े देवघर ट्रेजरी मामले में साढ़े तीन साल की सजा काट रहे हैं।
चारा घोटाले से जुड़े देवघर ट्रेजरी मामले में साढ़े तीन साल की सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने बुधवार (10 जनवरी) को जमानत मांगी जिससे सीबीआई की विशेष अदालत के जज शिवपाल सिंह ने ठुकरा दिया। जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने न्यायाधीश से जेल में मुलाकात करने वाली की संख्या में छूट देने की गुजारिश की जिसे अदालत ने स्वीकार नहीं किया। लालू प्रसाद रांची की बिरसा मुण्डा जेल में कैद हैं। लालू यादव ने अदालत से कहा कि जेलर ने उनके कहा है कि एक हफ्ते में उनसे केवल तीन लोग मुलाकात कर सकते हैं। न्यायाधीश ने लालू प्रसाद की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कानून बनाने का अधिकार विधायिका के पास है। हालांकि न्यायाधीश ने एक अन्य मामले में लालू प्रसाद यादव की इच्छा का ख्याल रखा।
मकर संक्रांति का समय हो और लालू यादव का दही-चूड़ा के प्रति प्रेम सामने न आये, ऐसा हो ही नहीं सकता है। पिछले साल लालू यादव के पटना आवास पर दो दिनों तक दही-चूड़ा का भोज चला था, लेकिन इस साल का नजारा कुछ और ही है। इस बार लालू जेल में हैं, फिर भी उनका दही-चूड़ा प्रेम जाग गया। दरअसल, लालू बुधवार को डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए। पेशी के दौरान कोर्ट में लालू ने कहा कि मकर सक्रांति आ गई है। फ्री होते तो हम लोग सक्रांति के दिन चूड़ा-दही खाते, सर।
वहीं, लालू की इस बात पर जज ने भी उसी अंदाज में जवाब देते कहा कि हम यहीं व्यवस्था करा देंगे। कितना दही चाहिए। जज शिवपाल सिंह ने कहा कि वो सनिश्चित करेंगे कि जेल के अंदर आपके लिए दही चूड़ा का इंतजाम हो जाए. हालांकि, लालू यादव ने हजारीबाग के ओपन जेल जाने में अपनी असमर्थता जाहिर की और कहा कि वहां पर सुरक्षा का मुद्दा हो सकता है।