नई दिल्ली: केंद्रीय एजेंसियां ईडी और सीबीआई जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों की कथित संलिप्तता की जांच कर रही हैं। ईडी और सीबीआई की जांच के बारे में जहां राजद के नेता लगातार खुलकर बोल रहे हैं वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक कोई भी तीखा बयान देने से परहेज किया है। अब भाजपा नेता सुशील कुमार ने इस पूरे मामले पर एक सनसनीखेज बयान दिया है।
सुशील मोदी का कहना है कि नीतीश कुमार लालू यादव के परिवार के सदस्यों पर छापेमारी से खुश हैं। सुशील मोदी ने ये भी कहा कि नीतीश कुमार चाहते हैं कि तेजस्वी यादव जेल जाएं। सुशील मोदी ने एएनएई से कहा, "तेजस्वी यादव को सीएम बनाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से नीतीश कुमार पर दबाव था। छापेमारी के बाद अब ये दबाव खत्म हो जाएगा। नीतीश कुमार चाहते हैं कि तेजस्वी यादव जेल जाएं और इसलिए वह कह रहे हैं कि सीबीआई को तेजी से जांच करनी चाहिए।"
बता दें कि भाजपा जमीन के बदले नौकरीघोटाले की जांच को लेकर लगातार राजद पर हमलावर है। इस मामले में रविवार, 12 मार्च को बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू परिवार ने जो किया है, आज उसका फल भोग रहा है और आने वाले समय में उनका जेल जाना तय है। उन्होंने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार पर दोष लगाने से अच्छा होगा कि लालू परिवार जदयू के नेताओं से सवाल पूछे, जिन्होंने इसका बीजारोपण किया। व्यवसाय करके कोई पैसा कमाता है तो बात समझ में आती है, लेकिन लालू परिवार ने पिछले 33 वर्षों में कोई व्यवसाय किए बिना सिर्फ राजनीति से पैसों की उगाही की।
दरअसल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के द्वारा की गई शिकायत के बाद ही रेलवे में जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले की सीबीआई जांच शुरू हुई थी। सम्राट चौधरी ने कहा कि अगर बिना काम किए कोई धन की उगाही कर रहा है तो उसे जेल जाना ही होगा। कानून अपना काम कर रहा है और आगे भी काम करता रहेगा। उन लोगों के बीजेपी पर आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है।