नीतीश कुमार अपने मंत्री महेश्वर हजारी को किनारे लगाने में जुटे, बेटे ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था चुनाव

By एस पी सिन्हा | Updated: June 22, 2024 16:43 IST2024-06-22T16:42:03+5:302024-06-22T16:43:00+5:30

महेश्वर हजारी एनडीए प्रत्याशी के चुनाव प्रचार से भी दूर रहे थे। सीएम नीतीश कुमार जब समस्तीपुर में एनडीए प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में गए तो वहां भी हजारी नहीं पहुंचे।

Nitish Kumar sideline Maheshwar Hazari his son had contested elections on Congress ticket | नीतीश कुमार अपने मंत्री महेश्वर हजारी को किनारे लगाने में जुटे, बेटे ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था चुनाव

फाइल फोटो

Highlightsमुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्री महेश्वर हजारी को किनारे लगाने में जुटेबेटे को कांग्रेस के टिकट पर लडवाया था चुनावबेटे सन्नी हजारी का कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ना पिता के लिए भारी पड़ रहा है

पटना: बिहार सरकार के सूचना एंव जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी का कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ना पिता के लिए भारी पड़ रहा है। सन्नी हजारी समस्तीपुर से कांग्रेस की टिकट से लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे थे। सन्नी का मुकाबला लोजपा (रा) प्रत्याशी शांभवी चौधरी से था। इस मुकाबले में तो सन्नी हजारी को करारी हार मिली, लेकिन अब महेश्वर हजारी को जदयू किनारे लगाने में जुट गई है।

जदयू प्रदेश कार्यालय में जदयू कोटे के मंत्री फिर से लोगों की शिकायत सुन उसका निराकरण करेंगे। जदयू ने अपने मंत्रियों के लिए जो स्लॉट तय किए हैं, उसमें केवल सूचना एवं प्रसारण मंत्री महेश्वर हजारी को जगह नहीं मिली है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के निर्देश पर जारी की गई। इस सूची में महेश्वर हजारी का नाम नहीं रहना आने वाले समय के लिए संकेत है।

बता दें कि, महेश्वर हजारी पर आरोप था कि वो अपने बेटे को जिताने के लिए समस्तीपुर में काम किए थे। साथ ही महेश्वर हजारी एनडीए प्रत्याशी के चुनाव प्रचार से भी दूर रहे थे। सीएम नीतीश कुमार जब समस्तीपुर में एनडीए प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में गए तो वहां भी हजारी नहीं पहुंचे। उस समय से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि महेश्वर हजारी के खिलाफ जदयू कार्रवाई करेगी। वहीं स्लॉट में हजारी के नाम ना होने से अब कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन पर कार्रवाई करने वाले हैं। 

उल्लेखनीय है कि जदयू ने जो स्लॉट तैयार किया है, उसमें मंगलवार को मंत्री विजय चौधरी, लेशी सिंह व जमां खान, बुधवार को श्रवण कुमार, सुनील कुमार, जयंत राज, गुरुवार को बिजेंद्र प्रसाद यादव, शीला मंडल, रत्नेश सदा तथा शुक्रवार को अशोक चौधरी, मदन सहनी और सुमित कुमार सिंह लोगों की समस्याओं को सुनेंगे। लेकिन इसमें महेश्वर हजारी का कहीं जिक्र नहीं किया गया है। ऐसे में यह अनुमान लगाया जाने लगा है कि नीतीश कुमार उन्हें किनारे लगाने में जुट गए हैं।

Web Title: Nitish Kumar sideline Maheshwar Hazari his son had contested elections on Congress ticket

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे