बिहार: नीतीश कुमार ने अपनी ही पार्टी के नेता के बयान पर जताई नाराजगी, कहा-कुछ लोगों की बोलते रहने की आदत होती है
By एस पी सिन्हा | Updated: February 14, 2023 16:24 IST2023-02-14T16:21:46+5:302023-02-14T16:24:15+5:30
बलियावी ने कहा था कि यदि पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है तो फौज में सिर्फ 30 फीसदी मुसलमानों को जगह दी जाए। बलियावी के बयान पर जब मीडिया ने नीतीश कुमार से प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि अभी हमसे वो सब मत पूछिए। लोगों को कुछ-कुछ बोलने की आदत होती है। इस संबंध में बलियावी से बात करेंगे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
पटना: जदयू के पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सेना के शौर्य सवाल उठाये जाने से राजनीति गर्मा गई है। बलियावी ने कहा था कि यदि पाकिस्तान से निपटने में डर लग रहा है तो फौज में सिर्फ 30 फीसदी मुसलमानों को जगह दी जाए। बलियावी के इस बयान की सभी दल निंदा कर रहे हैं और अब खुद जदयू उनके बयान को गलत ठहरा रही है।
इसबीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस तरह के बयान पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। कुछ लोगों की बोलते रहने की आदत होती है। उन्होंने कहा कि वह बलियावी से बाद में बात करेंगे। समाधान यात्रा के दौरान मुजफ्फरपुर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनका पूरा ध्यान लगातार क्षेत्र में है। वे अभी क्षेत्र में घूम रहे हैं। एक-एक चीजों को देख हैं और अधिकारियों को दिशा निर्देश भी दे रहे है। समाधान यात्रा के बाद नई नीति भी बनाएंगे। बलियावी के बयान पर जब मीडिया ने उनसे प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि अभी हमसे वो सब मत पूछिए। लोगों को कुछ-कुछ बोलने की आदत होती है। इस संबंध में बलियावी से बात करेंगे।
वहीं गुलाम रसूल बलियावी अपने बयान पर डटे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं बोला है। बलियावी ने बताया कि उन्होंने अपनी सेना, सेना के जज्बे और सम्मान का कही कोई अपमान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मैंने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सत्ता में बने लोगों से सवाल किया है। मेरा सवाल उनसे है जो आज के डेट में चीन का नाम लेने में भय खाते हैं। मेरा सवाल उनसे है जो अपने हर जुर्मों पर पर्दा डालने के लिए सेना का सहारा लेते है। ये भगौड़े लोग हैं जो सेना की वर्दी में अपना चेहरा छिपाना चाहते हैं और भारतीय सेना का अपमान करते हैं।
उल्लेखनीय है कि गुलाम रसूल बलियावी लगातार विवादास्पद बयान दें रहे हैं। पहले उन्होंने शहर को कर्बला बनाने की बात कही और अब भारतीय सेना की तुलना गाजर मूली से कर उन्हें अपमानित करने का काम कर रहा है। अब बीते रविवार को नवादा में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, योग गुरु रामदेव बाबा और बाबा बागेश्वर पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि बाबा रामदेव का पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन है वे भारतीय नहीं हैं। इस मामले की जांच की जाए और उनकी संपत्ति की भी जांच हो।