सिलीगुड़ी: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री मंत्री नितिन गडकरी की तबीयत गुरुवार को अचानक बिगड़ गई है। सामने आई जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक कार्यक्रम के लिए पहुंचे गडकरी मंच पर असहज महसूस करने लगे थे।
इसके बाद उन्हें तत्काल शुरुआती इलाज दिया गया। मंच से नीचे उतरने के बाद उनकी स्थिति ज्यादा बिगड़ गई थी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री का ब्लड शुगर लेवल कम हो गया है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार उन्हें सेलाइन चढ़ाना शुरू कर दिया गया था।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री मंच पर ही बीमार महसूस कर रहे थे। इसलिए कार्यक्रम को तुरंत रोक दिया गया। गडकरी इसके बाद ग्रीन रूम में आराम करने चले गए हालांकि उनकी स्थिति सुधरी नहीं और उन्हें ज्यादा बेचैनी महसूस होने लगी थी।
कुछ देर बाद बाद में दार्जिलिंग से भाजपा सांसद राजू बिस्टा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लेकर कार से अपने घर के लिए रवाना हुए। केंद्रीय मंत्री के इलाज की व्यवस्था उनके माटीगाड़ा स्थित आवास पर की जाएगी। उनके साथ डॉक्टर भी हैं। सिलीगुड़ी में समारोह के बाद नितिन गडकरी को डालखोला भी जाना था। सूत्रों के मुताबिक अब यह कार्यक्रम रद्द किया जा सकता है। गडकरी अब सीधे सिलीगुड़ी से दिल्ली लौट सकते हैं।
1,206 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं की रखी आधारशिला
इससे पहले गडकरी ने सिलीगुड़ी में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं की कुल लागत 1,206 करोड़ रुपये है। इस अवसर पर गडकरी ने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने में उत्तर बंगाल में अवसंरचना विकास की अहम भूमिका है।
उन्होंने कहा, 'इन परियोजनाओं पर काम दिसंबर में शुरू होगा। क्षेत्र में 5.12 किलोमीटर लंबी छह लेन की सड़क, 3.6 किलोमीटर लंबी चार लेन की सड़क और 3.7 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड शामिल है।'
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'इन परियोजनाओं से संपर्क बेहतर होगा और दार्जिलिंग, सिक्किम तथा भूटान जाने वाले लोगों का समय बचेगा।' इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि तिस्ता नदी पर 1,100 करोड़ रुपये की लागत से एक पुल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई अन्य अवसंरचना परियोजनाओं पर भी मंथन चल रहा है।
(भाषा इनपुट)