बेंगलुरु: विपक्षी दलों का भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया) मुंबई में अपनी तीसरी बैठक आयोजित करेगा। 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का मुकाबला करने के लिए विपक्षी एकता इस नए गठबंधन के रूपी में फलीभूत हुई है। बेंगलुरु में दूसरी एकता बैठक में 26 विपक्षी दलों ने गठबंधन के नए नाम पर सहमति जताई।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी, तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने बताया कि 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की जायेगी। समिति के सदस्यों के नामों की घोषणा मुंबई में की जाएगी। खड़गे ने बाद में होने वाली एनडीए बैठक पर कटाक्ष किया और दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा विपक्षी दलों की एकता से भयभीत हैं और अब क्षेत्रीय दलों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
खड़गे ने कहा, नए गठबंधन का नाम राहुल गांधी ने प्रस्तावित किया और सभी दलों ने इसे स्वीकार कर लिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भारत भाजपा को हराएगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, एनडीए 30 दलों के साथ बैठक कर रही है। मैंने भारत में इतनी पार्टियों के बारे में नहीं सुना है। पहले उन्होंने कोई बैठक नहीं की लेकिन अब वे एक-एक करके (एनडीए दलों के साथ) बैठक कर रहे हैं। पीएम मोदी अब विपक्षी दलों से डर रहे हैं। हम यहां लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए एकत्र हुए हैं।
वहीं विपक्षी एकता के इस महागठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 26 पार्टियां देश को बचाने और भाजपा के खिलाफ अभियान में साथ आई हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने भारत के प्रत्येक सेक्टर को बर्बाद कर दिया है।