भारत और नेपाल तनाव के बीच एक बार फिर फायरिंग हुई। बिहार के किशनगंज में भारत-नेपाल सीमा के पास हुई इस फायरिंग में एक भारतीय नागरिक घायल हो गया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक नेपाल पुलिस ने तीन भारतीय लोगों पर गोली चलाने के बाद एक भारतीय घायल हो गया। घायल को अस्पताल ले जाया गया। किशनगंज के एसपी ने के मुताबिक छानबीन चल रही है।
मालूम हो कि भारत और नेपाल के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां उल्लेखनीय है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भगवान श्रीराम को नेपाल का बताते हुए यह भी कह दिया था कि असली अयोध्या नेपाल में है। उन्होंने भारत की अयोध्या को नकली करार दिया था। ओली के बयान पर गौर करें तो उसके अनुसार ठोडी से लेकर वाल्मीकिनगर के वाल्मीकि आश्रम तक अयोध्या थी। उनके इस बयान से सद्भाव बिगड़ा है। इस बयान का नेपाल में भी विरोध हुआ था, लेकिन कुछ नेपाली नागरिक इसका समर्थन करने हुए भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भगवान राम से जुडे स्थलों पर दावा करने लगे हैं। इसी कडी में कुछ नेपाली नागरिकों ने पश्चिम चंपारण के भिखनाठोडी में सीमा पर लगे 436 नंबर पिलर को उखाड़ दिया।
भिखनाठोडी सीमा के पिलर संख्या 436 के पास नो मेंस लैंड पर स्थित सीता गुफा में बीते तीन दिनों से नेपाली नागरिक पूजा करने आ रहे थे। बहाना रामजन्म भूमि की खोज का था। इसी क्रम में शनिवार को सैकडों की संख्या में नेपाल के ठोरी क्षेत्र के नागरिक पहुंचे। उनके साथ नेपाल के पर्सा जिले के प्रदेश नंबर दो के मंत्री भी आए, साथ में नेपाल के अधिकारी भी थे और नेपाली पुलिस भी थी। चार घंटे तक वहां मेले का दृश्य रहा। सबने पूजा-अर्चना की। लेकिन जाते वक्त नेपाली नागरिकों ने सीमा पर लगे पिलर संख्या 436 को उखाड़कर फेंक दिया।
जून में नेपाली पुलिस ने 5 भारतीयों को मारी थी गोली
बता दें कि पिछले महीने बिहार में सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा थाना क्षेत्र की पिपरा परसाइन पंचायत के लालबंदी जानकी नगर में भारत-नेपाल सीमा पर नेपाली पुलिस ने पांच भारतीयों को गोली मार दी, जिसमें विकेश कुमार (25 वर्ष) नाम के युवक की मौत हो गई थी।
वहीं चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तीन अन्य जख्मी लोगों को पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अलावा एक जख्मी युवक को नेपाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
यह घटना उस वक्त की है जब पिपरा परसाइन पंचायत के लालबंदी जानकी नगर सीमा पर कई लोग खेत में काम कर रहे थे। तभी अचनाक नेपाल की सशस्त्र पुलिस ने उन पर फायरिंग कर दी। नेपाल प्रहरी ने आरोप लगाया है कि हथियार छीनने की कोशिश के दौरान गोली मारी है।