नई दिल्ली: अगले हफ्ते 23 जुलाई से शुरू हो रहे बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने विपक्ष के लिए लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मांग की और प्रतिष्ठित यूजीसी नेट, नीट-यूजी सहित अन्य परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक का मुद्दा उठाया। सूत्रों ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने जब दोनों सदनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए हर पार्टी से सहयोग मांगा , तो कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विपक्ष को भी संसद में मुद्दे उठाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामगोपाल यादव ने कांवड़ मार्ग पर स्थित भोजनालयों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी उस विवादित निर्देश का मुद्दा उठाया, जिसके तहत उनसे मालिकों के नाम प्रदर्शित करने को कहा गया है।
वाईएसआर कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) सरकार द्वारा उसके नेताओं को कथित तौर पर निशाना बनाए जाने के बारे में बात की और केंद्र से हस्तक्षेप की मांग की। बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई और संसदीय कार्य मंत्री रिजीजू ने इसका संचालन किया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को दावा किया कि संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में जनता दल (यूनाइटेड) और वाईएसआर कांग्रेस ने क्रमश: बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की, लेकिन अजीब बात ये रही कि सत्तारूढ़ दल टीडीपी इस मामले पर चुप रही। रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा, "रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आज सदन के नेताओं की सर्वदलीय बैठक में जद (यू) नेता ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
जयराम रमेश का यह सोशल मीडिया पोस्ट तब आया, जब बैठक जारी थी। एक अन्य पोस्ट में कांग्रेस नेता ने कहा, "राजनीतिक माहौल कैसे बदल गया है! सदन के नेताओं की सर्वदलीय बैठक में बीजेडी नेता ने रक्षा मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को याद दिलाया कि ओडिशा में 2014 के विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के घोषणापत्र में राज्य को विशेष श्रेणी का दर्जा देने का वादा किया गया था।"
बीजू जनता दल (बीजद) के नेता सस्मित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी ने ओडिशा के लिए विशेष दर्जे की मांग की है। सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख सहयोगी जद (यू) ने हाल ही में एक प्रस्ताव पारित कर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। आंध्र प्रदेश के नेता लंबे समय से राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद इस मांग ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है।
सत्र की शुरुआत से पहले हुई इस पारंपरिक बैठक में कांग्रेस के जयराम रमेश, गौरव गोगोई और के सुरेश , एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अभय कुशवाहा , जनता दल (यूनाइटेड) के संजय झा, आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह, समाजवादी पार्टी (सपा) के रामगोपाल यादव और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रफुल्ल पटेल भी मौजूद थे। सोमवार से शुरू हो रहा सत्र 12 अगस्त तक प्रस्तावित है। इस दौरान 19 बैठकें होनी हैं।