पटनाः नीट पेपर लीक कांड में सीबीआई ने आरोपियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआई ने आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए सीबीआई कोर्ट में आवेदन दिया था, जिस पर बुधवार को सुनवाई करते हुए सीबीआई के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी हर्ष वर्धन सिंह ने दो आरोपियों को 3 दिन की रिमांड को मंजूरी दे दी। आरोपी चिंटू कुमार और मुकेश कुमार को सीबीआई रिमांड पर न्यायालय ने भेज दिया है। अब सीबीआई इनसे आगे की पूछताछ करेगी। उल्लेखनीय है कि इस पूरे प्रकरण की जांच पहले बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) कर रही थी।
लेकिन केंद्र की तरफ से सीबीआई को जांच सौंपने का निर्देश दिया गया, जिसके बाद अब सीबीआई इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। अभी तक इस मामले में करीब 20 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें सॉल्वर, प्रशन पत्र मुहैया कराने वाले और अभ्यर्थी भी शामिल हैं। सीबीआई के द्वारा नीट मामले में दर्ज कराई गई प्राथमिकी में नीतीश कुमार, रॉकी, अखिलेश कुमार, सिंकदर यादवेन्दु, बिट्टू कुमार, संजीव, अमित आनंद, आयुष राज को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इसके अलावा अज्ञात के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें रॉकी और संजीव को छोड़कर बाकी सभी लोग जेल में हैं।
माना जा रहा है कि नीट पेपर लीक कांड में अब तक गिरफ्तार अभियुक्तों से सीबीआई पूछताछ करेगी। संजीव मुखिया पेपर लीक कांड का मास्टरमाइंड है जबकि रॉकी उसका राइट हैंड बताया जा रहा है। संजीव मुखिया और रॉकी कॉम संजीव मुखिया बिहार में सॉल्वर गैंग का बड़ा नाम है। संजीव मूल रूप से नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला है।
संजीव बिहार सरकार का कर्मचारी है जो 4 मई तक अपनी ड्यूटी पर तैनात था। 5 मई से वहां अचानक छुट्टी पर चला गया। संजीव मुखिया के बारे में कहा जा रहा है कि कई परीक्षाओं में सेटिंग करना उसके लिए बाएं हाथ का खेल है। संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव पटना के प्रतिष्ठित पीएमसीएच से एमबीबीएस कर चुका है।
फिलहाल बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पटना के में बंद है। इन बाप बेटों की जोड़ी ने न जाने कितनी परीक्षाओं में सेटिंग के गोरख धंधे के आधार पर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है और कई लोगों को नौकरियां भी दिलवाई है। फिलहाल संजीव मुखिया फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए सीबीआई ने कार्रवाई तेज कर दी है।
वहीं, ईओयू के द्वारा गिरफ्तार किया गया चिंटू के पास से 20 एटीएम कार्ड, 21 ब्लैंक चेक, 64000 नगद और कई विदेशी ब्रांड की शराब की बोतल भी मिली थी। चिंटू संजीव मुखिया की भांजी का पति है। उसने ही पटना में सेफ हाउस की सारी व्यवस्था की थी। वहीं, रॉकी अभी फरार है। जानकार बताते हैं कि उसकी गिरफ्तारी नीट पेपर लीक कांड मामले में सीबीआई को संजीव मुखिया के बहुत नजदीक ला सकती है।
रॉकी ही वह शख्स है जिसके मोबाइल पर 25 में की सुबह नीट का प्रश्न पत्र और आंसर शीट एक साथ आया था। रॉकी के माध्यम से ही यह प्रश्न पत्र और आंसर शीट चिंटूउर्फ सिंटू उर्फ बलदेव के पास पहुंचा था।उधर, इस मामले में दिल्ली से सीबीआई की टीम हजारीबाग पहुंची। टीम ने ओएसिस स्कूल ब्लू, ब्लू डार्ट कोरियर एवं भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा पहुंचकर एसबीआई के पदाधिकारियों से पूछताछ की।
बता दें कि नीट की परीक्षा के लिए हजारीबाग में 4 सेंटर बनाए गए थे। इसमें से एक सेंटर के लड़के ने टॉप किया है। हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में जांच टीम के आने की मुख्य वजह यह है कि वहां एक जला हुआ प्रश्न पत्र का बुकलेट मिला था उसका सीरियल नंबर इसी ओएसिस स्कूल के बुकलेट से मैच किया था। हालांकि स्कूल के प्राचार्य ने इस बात का खंडन किया था कि स्कूल से किसी तरह की गड़बड़ी हुई थी।