"NDA तो ईडी, सीबीआई और आईटी के दबाव से बना है", सीपीएम नेता बृंदा करात ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: July 19, 2023 09:54 IST2023-07-19T09:48:52+5:302023-07-19T09:54:34+5:30
सीपीएम नेता बृंदा करात ने बेहद तल्ख शब्दों में एनडीए पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह तो ईडी, सीबीआई और आईटी के दबाव से बना है।

फाइल फोटो
नागपुर: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की वरिष्ठ नेता बृंदा करात ने बेंगलुरु में 26 विपक्षी दलों की बैठक तय हुए गठबंधन का स्वागत करते हुए सत्ताधारी गठबंधन एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) पर बेहद तीखा हमला बोला। सीपीएम नेता बृंदा करात ने बीते मंगलवार को बेहद तल्ख शब्दों में एनडीए पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह तो ईडी, सीबीआई और आईटी के दबाव से बना है।
उन्होंने कहा एनडीए की बैठक में शामिल होने वाले आधे से अधिक सहयोगी दल के लोग तो दलबदलू हैं, उन्हें तो ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग का डर दिखाकर बैठक में बुलाया गया है। बृंदा करात ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस तंज का जवाब दिया, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि विपक्षी दलों के लिए परिवार पहले आता है और देश बाद में। करात ने कहा कि पीएम मोदी उल्टी बात कर रहे हैं, दरअसल नरेंद्र मोदी और भाजपा के लिए सत्ता पहले और जनता बाद में का सिद्धांत लागू होता है।
इसके साथ ही सीपीएम नेता ने कहा कि विपक्षी दलों की बैठक बेहद सफल साबित होगी क्योंकि देश के ऐसे जहरीले माहौल में अब उन्हीं कंधे पर जिम्मेदारी है संविधान को बचाने की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को आगे आकर जनता को यह भरोसा दिलाना होगा कि वे भाजपा और आरएसएस के 'हमले' से इस देश को और इसके संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए करात ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस को असल मायने में केंद्रीय जांच ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग हैं और यही उनके असली सहयोगी हैं।
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या 2024 के चुनावों में स्थानीय राजनीतिक मुद्दों के बीच विपक्षी एकता भाजपा का मुकाबला कर पाएगी। उन्होंने कहा कि एकदम, विपक्षी दल राजनीतिक और सामाजिक स्पेक्ट्रम के साथ सामाजिक आंदोलनों को एकजुट करेंगे और धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत के विनाश को रोकेंगे। चूंकि प्रत्येक राज्य में अलग-अलग राजनीतिक मुद्दे हैं, इसलिए विपक्षी दल उन मुद्दों को राज्यवार लेंगे और भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ने का काम करेंगे।"
इसके साथ ही बृंदा करात ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को छेड़ते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा ने जिन लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, वे अब उन्हीं केसबसे करीबी सहयोगी हैं। इससे पीएम मोदी का भ्रष्टाचार के प्रति किया जा रहा पाखंड उजागर हो रहा है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)